भारतीय नौसेना ने भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के साथ अपतटीय डेटा के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए

भारतीय नौसेना ने भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के साथ अपतटीय डेटा के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए

भारतीय नौसेना ने 'मौसम विज्ञान और समुद्र विज्ञान में नौसेना अनुप्रयोग के लिए समुद्र तल तलछट डेटा, उत्पाद और विशेषज्ञता का सहभाजन' के लिए भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इस समझौता ज्ञापन पर 21 जनवरी 2020 को भारतीय नौसेना के समुद्र विज्ञान एवं मौसम विज्ञान निदेशालय के अध्यक्ष, कोमोडोर ए.ए. अभ्यंकर और जीएसआई के उपमहानिदेशक, श्री एन. मरान के बीच हस्ताक्षर किए गए।

जीएसआई की मेंग्लुरु स्थित समुद्री व तटीय सर्वेक्षण डिविज़न ने भारत के सबसे अधिक 2.1 मिलियम वर्ग किमी विशेष आर्थिक क्षेत्र को मैप किया है और इसके पास अपतटीय डेटा का विशाल संग्रह है। जीएसआई के अत्याधुनिक समुद्र अनुसंधान पोत समुद्र मंथन, समुद्र कौस्तुभ, समुद्र शौधिकम और समुद्र रत्नाकर का उपयोग कर एकत्र किए इस डेटा का उपयोग अब भारतीय नौसेना के तेज़ी से बढ़ रहे विस्तृत सागर बेड़े द्वारा एक भरोसेमंद और सटीक समुद्र विज्ञान मॉडलिंग के लिए किया जाएगा जिससे कि हिंद महासागर क्षेत्र में उनके विशाल समुद्री कार्यों में सहायता की जा सके।

  • भारतीय नौसेना ने भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के साथ अपतटीय डेटा के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए
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