चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के अध्यक्ष और नौसेनाध्यक्ष एडमिरल सुनील लांबा, संयुक्त राज्य अमेरिका का दौरा करेंगे

चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के अध्यक्ष और नौसेनाध्यक्ष एडमिरल सुनील लांबा, संयुक्त राज्य अमेरिका का दौरा करेंगे

चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के अध्यक्ष और नौसेनाध्यक्ष एडमिरल सुनील लांबा अमेरिकी नौसेना द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय समुद्री जल संगोष्ठी के 23वें संस्करण में भाग लेने हेतु द्विपक्षीय दौरे पर 18 से 22 सितंबर 2018 तक संयुक्त राज्य अमेरिका के रोड आइलैंड जाएंगे।

चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के अध्यक्ष और नौसेनाध्यक्ष संगोष्ठी के दौरान 'मैरीटाइम कॉमन्स की रक्षा: फ्री और इंटरनेशनल ऑर्डर की रक्षा' विषय पर अपने विचार प्रस्तुत करने के साथ पैनल चर्चा में भी भाग लेंगे।

अपनी यात्रा के दौरान, चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के अध्यक्ष और नौसेनाध्यक्ष, एडमिरल जॉन एम रिचर्डसन, नेवल ऑपरेशनस के चीफ एडमिरल फिलिप एस डेविडसन, इंडो-पैसिफिक के कमांडर, एडमिरल जॉन सी एक्विलिनो, पैसिफ़िक बेड़ा (पीएसीएफएलटी) के कमांडर, एडमिरल जेम्स जी फोगो, कमांडर नेवल फोर्स, यूरोप और वाइस एडमिरल स्कॉट स्टियरनी, कमांडर एनएवीसीइएनटी तथा अमेरिकी नौसेना के 5वें बेड़े के कमांडर के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। इसके अलावा ये जापान, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, मलेशिया और स्वीडन के नौसेनाध्यक्षों के साथ-साथ कई अन्य वरिष्ठ गणमान्य व्यक्तियों के साथ वार्ता करेंगे।

भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका ने पारंपरिक रूप से एक दूसरे के साथ नज़दीकी और मैत्रीपूर्ण संबंध बनाए हुए हैं। दोनों देशों के बीच रक्षा संबंध आपसी विश्वास और आत्मविश्वास पर टिके हुए हैं। अमेरिका का भारत के साथ प्रमुख रक्षा भागीदार का दर्जा जून 2016 से बना हुआ है। इसके अलावा, दोनों देशों ने आपस में कुछ प्रमुख समझौते समपन्न किए हैं, जिनमें 2015 में हस्ताक्षर किया गया रक्षा फ्रेमवर्क समझौता शामिल है जो दोनों देशों के रक्षा प्रतिष्ठानों के बीच सहयोग बनाए रखने का ब्लू प्रिंट है, 2016 में हस्ताक्षर हुआ लॉजिस्टिक्स एक्सचेंज ज्ञापन एक आधारभूत समझौता है, यह दोनों देशों के सशस्त्र बलों के बीच पारस्परिक लॉजिस्टिक्स समर्थन की सुविधा प्रदान करता है और हाल ही में 06 सितंबर 2018 को संचार अनुकूलता और सुरक्षा समझौते पर हस्ताक्षर किए गए जो दोनों देशों के सशस्त्र बलों के बीच सूचना साझा करने में मदद करेगा।

भारतीय नौसेना कई मुद्दों पर अमेरिकी नौसेना के संलग्न है जिसमें परिचालन (ऑपरेशनल) चर्चा, जैसे मालाबार और आरआईएमपीएसी श्रृंखला का अभ्यास, प्रशिक्षण एक्सचेंज, व्हाइट शिपिंग सूचना का आदान-प्रदान और विभिन्न क्षेत्रों में विषय वस्तु विशेषज्ञ एक्सचेंज शामिल हैं। इनका आपसी समन्वय वर्ष में आयोजित होने वाली एक्ज़िक्यूटिव स्टीयरिंग ग्रुप बैठकों के साथ होता हैं। इसके अलावा, दोनों नौसेना के युद्धपोत एक दूसरे के बंदरगाहों पर नियमित रूप से आवाजाही करते हैं।

 

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