भारतीय नौसेना और आई.आई.टी. कानपुर के बीच समझौता ज्ञापन

भारतीय नौसेना और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर ने आज नई दिल्ली के नौसेना मुख्यालय में एक समझौता ज्ञापन (एम.ओ.यू.) पर हस्ताक्षर किए, जो प्रौद्योगिकी विकास, अभिनव समाधान और संयुक्त आर. एंड डी. को बढ़ावा देने की उनकी प्रतिबद्धता का प्रतीक है। रियर एडमिरल के. श्रीनिवास, सहायक मैटरियल प्रमुख (डॉकयार्ड एंड रिफिट्स) और प्रोफेसर सुब्रमण्यम गणेश, कार्यकारी निदेशक आई.आई.टी. कानपुर ने इस एम.ओ.यू. को पूर्ण किया।

रक्षा प्रौद्योगिकी से संबंधित इंजीनियरिंग के क्षेत्र में वैज्ञानिक अनुसंधान गतिविधियों के अकादमिक आदान-प्रदान में आई.आई.टी. कानपुर और आई.एन. की समान रुचि है। समझौता ज्ञापन एक व्यापक ढांचे के रूप में काम करेगा और दोनों पक्षों को क्षमता निर्माण बढ़ाने, क्षेत्र स्तर के मुद्दों के समाधान प्रदान करने और संकाय / अतिथि व्याख्यान के आदान-प्रदान के माध्यम से प्रशिक्षण प्रभावशीलता को बढ़ाने में सक्षम बनाएगा। यह संरचित सहयोग भा.नौ.पो. शिवाजी, लोनावाला और आई.आई.टी. कानपुर में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (मरीन इंजीनियरिंग) की टीमों को शामिल करते हुए संयुक्त अनुसंधान और विकास पहलों पर केंद्रित है। यह रणनीतिक संरेखण अकादमिक और सशस्त्र बलों के बीच प्रतीकात्मक संबंध की दिशा में एक कदम को दर्शाता है, जो नवाचार और ज्ञान के आदान प्रदान के लिए एक अनुकूल वातावरण को बढ़ावा देता है।

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