बचाव और राहत अभियान के लिए भारतीय नौसेना ने पोतों को परिनियोजित किया

बचाव और राहत अभियान के लिए भारतीय नौसेना ने पोतों को परिनियोजित किया

02 मई 2019 को 1730 बजे अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान 'फनी' विशाखापत्तनम के करीब 150 किलोमीटर पूर्व दक्षिण पूर्व और पुरी (ओडिशा) के करीब 300 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में फैल गया। चक्रवाती तूफान फनी धीरे-धीरे उत्तर दिशा की ओर बढ़ रहा है और उम्मीद है कि यह 170-180 किमी प्रति घंटे की वायु की अधिकतम गति और 200 किमी प्रति घंटे के झोंके के साथ 03 मई 2019 को दोपहर से पहले पुरी के करीब गोपालपुर और चंदबाली के बीच ओडिशा तट को पार करेगा। भारतीय नौसेना के पोत सह्याद्री, रणवीर और कदमत्त राहत सामग्री और चिकित्सा दलों के साथ 01 मई की शाम को परिनियोजित किए गए और ये पहला प्रत्युत्तर बनने और चक्रवात के तट पार करते ही जल्द से जल्द बचाव कार्य शुरू करने के लिए चक्रवाती तूफान की निगरानी दक्षिण दिशा से कर रहे हैं। अतिरिक्त राहत सामग्री, चिकित्सा दल और गोताखोरी टीमों को 02 मई 2019 को नौसेना अधिकारी प्रभारी (ओडिशा) के तहत बचाव और राहत प्रयासों को बढ़ाने के लिए सड़क मार्ग से विशाखापत्तनम से ओडिशा भेज दिया गया है। चक्रवात के असर का आकलन करने और बचाव कार्य में सहायता देने के लिए चक्रवात के तट पार करते ही हवाई सर्वेक्षण करने हेतु वायु-यान को तत्काल परिनियोजन के तैयार रखा गया है। बचाव कार्य में शामिल होने और ज़रूरत पड़ने पर राहत सामग्री को वायु-यान से गिराने के लिए ही हेलीकाप्टरों को पहले से तैयार रखा गया है।

ईएनसी चक्रवात की गतिविधि पर करीबी से निगरानी कर रहा है और पश्चिम बंगाल तथा ओडिशा नौसेना प्रभारी अधिकारी बचाव और राहत कार्यों के समन्वय हेतु संबंधित राज्य प्रशासन के साथ निरंतर बात कर रहे हैं। चक्रवात के तट पार करने के तुरंत बाद सभी प्रभावित इलाकों में तुरंत परिनियोजन के लिए अतिरिक्त पोत और वायु-यान विशाखापत्तनम में तैयार रखे गए हैं।

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