तूफान ‘जवाद’ की आपातकालीन स्थिति में राहत एवं बचाव कार्य के लिए भारतीय नौसैनिक पोत और वायु-यान तैयार

जैसा कि बंगाल की खाड़ी में दक्षिणपूर्व दिशा में दबाव चक्रवाती तूफान के रुप में तेज़ होने और उत्तर पश्चिमी दिशा में आगे बढ़ने की संभावना है और शनिवार को उत्तर आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा के तटों को पार करने की संभावना है, भारतीय नौसेना चक्रवाती तूफान की स्थिति पर करीब से निगरानी कर रही है। मुख्यालय, पूर्वी नौसेना कमान, और आंध्र प्रदेश और ओडिशा क्षेत्र के प्रभारी नौसैना अधिकारियों ने तूफान ‘जवाद’ से निपटने के लिए पूर्व-तैयारी गतिविधियों को अंजाम दिया है और आवश्यकतानुसार राज्य प्रशासनों की सहायता करने के लिए लगातार संपर्क में बने हुए हैं।

तैयारी के भाग के रुप में, 13 बाढ़ राहत टीमों (एफआरटी) और चार गोताखोर दलों को राहत एवं बचाव संचालन में सहायता के लिए तैनाती हेतु स्टैंडबाय पर रखा गया है। मौजूदा संसाधनों को बढ़ाने के लिए विशाखापट्टनम से तीन एफआरटी एवं दो डाइविंग दलों को भेजा गया है। मानवीय सहायता एवं आपदा राहत (एचएडीआर) सामग्री, डाइविंग और मेडिकल टीमों के साथ चार पोत आंध्र प्रदेश और ओड़िशा तट के सबसे प्रभावित क्षेत्रों में सहायता प्रदान करने के लिए तैयार रखे गए है। आवश्यकतानुसार, सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों के हवाई सर्वेक्षण, हताहतों की निकासी, और राहत सामग्री एयरड्रॉप करने के लिए विशाखापट्टनम में आईएनएस डेगा और चेन्नई के करीब आईएनएस राजाली, इन नौसैनिक वायु स्टेशनों में नौसैनिक वायु-यानों को तैयार रखा गया है।

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