चक्रवात ताउते: भारतीय पश्चिमी तट पर भारतीय नौसेना का कई खोज एवं बचाव कार्यों में लगना

चक्रवात ताउते: भारतीय पश्चिमी तट पर भारतीय नौसेना का कई खोज एवं बचाव कार्यों में लगना

अरब सागर में भटके एक भारतीय जहाज की सहायता की पुकार पर एक तीव्र प्रतिक्रिया में आज सुबह यानी 17 मई को भारतीय टगबोट 'कोरोमंडल सपोर्टर IX' के फंसे हुए दल को बचाने के लिए एक नौसेना का हेलीकॉप्टर भेजा गया जो कर्नाटक के मंगलौर के उत्तर पश्चिम में दिशाहीन हो गया था। चक्रवात ताउते से हुए अशांत सागर के कारण जहाज के मशीनरी विभाग में पानी भर गया जिससे इसकी संचालन शक्ति एवं विद्युत आपूर्ति नहीं रही तथा जिसने इसके दल को बगैर किसी सहायता के छोड़ दिया। नाव से बचाव के असफल प्रयासों के पश्चात भारतीय नौसेना के हेलीकॉप्टर को 17 मई 21 की सुबह-सुबह भेजा गया। हेलीकॉप्टर से दल के चार सदस्यों को सुरक्षित उठाया गया था। 

अपने 273 कर्मचारियों संग बॉम्बे हाई क्षेत्र में हीरा आयल फ़ील्ड्स से परे भटके बार्ज ‘पी305’ के आवेदन पर स्थिति का जायज़ा लेने तथा आवश्यकता अनुसार सहायता प्रदान करने के लिए आईएनएस कोची तीव्रता से जलयात्रा पर रवाना हुआ था। आईएनएस तलवार भी जलयात्रा पर जाने के लिए तैयार हो रहा है।

मुंबई से 8 नॉटिकल मील पर अपने 137 लोगों संग बार्ज ‘जीएएएल कन्स्ट्रक्टर’ से प्राप्त अन्य सहायता की पुकार की प्रतिक्रिया में सहायता प्रदान करने के लिए आईएनएस कोची भी जलयात्रा पर रवाना हो गया है।

चक्रवात ताउते से निपटने के लिए तैयारियों को जारी रखते हुए भारतीय नौसेना की गोताखोरों की 11 टीमें अतिरिक्त बनाई गई हैं जो राज्य प्राधिकरण के किसी भी आवेदन के मामले में तैनाती के लिए तैयार है। तत्कालीन प्रतिक्रिया एवं तैनाती के लिए अतिरिक्त 12 बाढ़ बचाव टीमें एवं चिकित्सा टीमें भी रक्षित की गई हैं। चक्रवात के पश्चात आवश्यकता अनुसार अत्यावश्यक ढांचागत मरम्मत के लिए मरम्मत एवं बचाव टीमें निर्मित की गई हैं।

पश्चिमी समुद्रतट पर कई जहाज सहायता एवं राहत सामग्री के साथ प्रभावित क्षेत्रों में आवश्यकता अनुसार तत्काल मदद पहुँचाने तथा खराब मौसम के कारण फंसी मछली पकड़ने वाली नावों/छोटी नावों को सहयोग प्रदान करने के लिए तैनात हैं। निगरानी पर लगे नौसेना के समुद्रवर्ती टोह विमान मछुआरों को लगातार चक्रवात की चेतावनियाँ दे रहे हैं।

जैसा पहले भी बताया गया है, की नवल टीमों द्वारा राहत अभियान कोची, केरल में भी आरंभ हुए थे। दक्षिणी नवल कमान से तीव्र प्रतिक्रिया टीमों सहित तीन गोताखोरों की टीमों को बाढ़ के कारण फंसी स्थानीय जनता को सहायता प्रदान करने के लिए चेल्लानाम (कोची) पर तैनात किया था। इन टीमों ने अत्याधिक पानी भरने के कारण वाहनों की पहुँच से बाहर के राहत शिविरों में भोजन, पानी एवं खाद्य आपूर्ति पहुँचाई। फंसे हुए लोगों को उनके घरों से एर्णाकुलम एवं चेल्लानाम के ऊंचे स्थान पर राहत शिविरों तक जेमिनी रबर क्राफ्ट में पहुँचाया। नवल टीम ने चेल्लानाम के कोर्टिना अस्पताल में जल एवं अत्यावश्यक वस्तुएं पहुँचाई जो पानी भरने के कारण पूर्ण रूप से पहुँच के बाहर था।

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