नौसेना पदक (शौर्य) ताखेल्लाम्बम राकेश सिंह, पीओ सीडी, 215876-बी

नौसेना पदक (शौर्य) ताखेल्लाम्बम राकेश सिंह, पीओ सीडी, 215876-बी

नौसेना पदक (शौर्य) ताखेल्लाम्बम राकेश सिंह, पीओ सीडी, 215876-बी

यह नौसैनिक 24 मई 18 से 29 नवंबर 18 तक जम्मू व कश्मीर में 'ऑपरेशन रक्षक' के लिए मारकोस टीम का हिस्सा थे। 20-21 सितंबर 18 को, वे उस असाल्ट टीम का हिस्सा थे जिसने शोक बाबा जंगल, बांदीपुर में एक साहसिक हमले में पांच कट्टर आतंकवादियों को मार गिराया। आरंभिक संपर्क के दौरान, आतंकवादियों ने घेराबंदी से बचने के प्रयास में मारकोस टीम पर गोलियां चलाई। अंदरूनी घेरा जिसमें साथी जोड़ी टीआर सिंह, पीओसीडी और शमिंदर सिंह एलएस पीटी शामिल थे उन्होंने आतंकवादियों को बच निकलने से रोकने के लिए उनके ऊपर गोलियां चलाई और पांच में से दो आतंकवादियों को मार गिराया। बाद में, बाकी बचे तीन आतंकवादी पास के गाय के बाड़े में भाग निकले। यह नौसैनिक अपने साथी के साथ गाय के बाड़े में पहुँचा और जवाबी गोलाबारी करते हुए आतंकवादियों को मार गिराया। यह बात स्पष्ट हो गई थी कि आतंकवादी आत्मसमर्पण नहीं करेंगे और इस नौसैनिक ने गाय के बाड़े के निकट आईईडी रखने की इच्छा प्रकट की। आतंकवादियों ने घातक गोलीबारी जारी रखी, और इस बीच इस नौसैनिक ने अपनी पोज़ीशन से गाय के बाड़े के दरवाज़े तक जाने के लिए स्वयं और अपने साथी के लिए कवर प्रदान करने हेतु दो बीपी शील्ड्स की नवीन तकनीक का उपयोग किया। इस नाविक ने एक उपयुक्त स्थान पर आईईडी को रखा और सक्रिय किया जिसके बाद तीन बचे हुए आतंकवादियों को मारा जा सका।

ऑपरेशन शोक बाबा के दौरान, टीआर सिंह ने अपने साथी द्वारा कवर फायर के तहत निकट से एक आतंकवादी को मार गिराया। उन्होंने गाय के बाड़े में छुपे आतंकवादियों को ढेर करने में बम रखने में भी अहम भूमिका निभाई थी। संपूर्ण ऑपरेशन में उनके योगदान की सराहना भारतीय नौसेना द्वारा भी की गई है। इस नौसैनिक द्वारा प्रदर्शित विशेष साहस ने इसकी मजबूत इच्छा शक्ति और दृढ़ संकल्प का प्रदर्शन किया जिसके कारण जम्मू व कश्मीर में सफलतापूर्वक ऑपरेशंस किए जा सके। जोशपूर्ण साहस, दृढ़ बहादुरी, विराट दृढ़ संकल्प, अपनी टीम के प्रति मजबूत सौहार्द और जान की बिलकुल भी परवाह नहीं करने के लिए, ताखेल्लाम्बम राकेश सिंह, पीओ सीडी, 215876-बी को "नौसेना पदक (शौर्य)" से सम्मानित करने की अनुशंसा की जाती है।

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