नौसेना पदक (शौर्य) लेफ्टिनेंट कमांडर रुचिर राकेश खजुरिया (06279-डब्लू)

नौसेना पदक (शौर्य) लेफ्टिनेंट कमांडर रुचिर राकेश खजुरिया (06279-डब्लू)

नौसेना पदक (शौर्य) लेफ्टिनेंट कमांडर रुचिर राकेश खजुरिया (06279-डब्लू)

यह अधिकारी 24 मई 18 से 29 नवंबर 18 तक 'ऑपरेशन रक्षक' के लिए जम्मू व कश्मीर में टीम के प्रभारी अधिकारी के रूप में नियुक्त थे। सात महीनों के अपने नेतृत्व में, अपनी टीम को बिना कोई नुकसान पहुँचाए बिना इन्होंने आठ कट्टर आतंकवादियों को ढेर किया। 20 सितंबर 18 को, वे उस टीम के प्रभारी अधिकारी थे जिसने 'ऑपरेशन शोक बाबा' का जिम्मा उठाया और परिणामस्वरूप पांच कट्टर आतंकवादियों को मार गिराया। इन्होंने आतंकवादियों के ऊपर असरदार गोलीबारी करने के लिए चतुराई से अपनी टीम का गठन किया और साथ ही उन्हें घेरा तोड़ने और भागने का मौका नहीं दिया। इस अधिकारी ने निश्चित किया कि छुपे हुए आतंकवादियों पर काबू पाने के लिए एक से अधिक दिशाओं से गोलियां चलाई जाएं। गाय के बाड़े में प्रवेश करने के अनेक असफल प्रयासों के बाद, टीम ने उसमें आईईडी को स्वयं रखने की एक दुस्साहसिक योजना बनाई। अपनी टीम का सामने से नेतृत्व करते हुए और अपनी जान की बिलकुल परवाह नहीं करते हुए, इस अधिकारी ने दुश्मन की भारी गोलाबारी के तहत योजना बनाने में अत्यंत समझदारी, मानसिक दृढ़ता और जोश से भरपूर साहस का प्रदर्शन किया। जान को खतरे के बावजूद त्रुटिहीन नेतृत्व, दुस्साहसिक योजना बनाने और अदम्य साहस, सच्ची दृढ़ता दिखाने के लिए, लेफ्टिनेंट कमांडर रुचिर खजुरिया (06279-डब्लू) को "नौसेना पदक (शौर्य)" से सम्मानित करने की अनुशंसा की जाती है।

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