'मार्च 2020 में विशाखापट्टनम में ईएनसी द्वारा मिलन बहुपक्षीय नौसेना अभ्यास की मेज़बानी की जाएगी' - वाइस एडमिरल अतुल कुमार जैन

'मार्च 2020 में विशाखापट्टनम में ईएनसी द्वारा मिलन बहुपक्षीय नौसेना अभ्यास की मेज़बानी की जाएगी' - वाइस एडमिरल अतुल कुमार जैन

73वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर, 15 अगस्त 2019 को भा नौ पो सर्कार्स परेड ग्राउंड पर विभिन्न पोतों और प्रतिष्ठानों, डिफेन्स सेक्युरिटी कॉर्प्स और सी कैडेट कॉपर्स से प्राप्त नौसैनिकों की पलटनों से युक्त औपचारिक परेड का आयोजन पूर्वी नौसेना कमान (ईएनसी) में किया गया। वाइस एडमिरल अतुल कुमार जैन एवीएसएम, वीएसएम फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, ईएनसी ने सलामी ली और 50 जवानों वाले सशस्त्र गार्ड का निरीक्षण किया। वाइस एडमिरल एसएन घोरमड़े, एवीएसएम, एमएम चीफ ऑफ़ स्टाफ, ईएनसी परेड के आयोजन अधिकारी थे जिसमें विशाखापट्टनम में विभिन्न पोतों और प्रतिष्ठानों के सभी फ्लैग ऑफिसर्स, कमान अधिकारियों और अनेक सशस्त्र बलों और नागरिकों, भूतपूर्व सैनिकों और उनके परिवारों ने हिस्सा लिया। इस परेड का समापन वहाँ मौजूद सभी के द्वारा राष्ट्रीय गान के गायन से संपन्न हुआ।

कमांडिंग-इन-चीफ ने 73वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर परेड पर मौजूद सभी जवानों और उनके परिवारों को शुभकामनाएं दी और अभिवादन किया और हमारे शहीदों के बलिदानों को याद रखने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया जिन्होंने हमारी स्वतंत्रता के लिए लड़ाई लड़ी और जिन्होंने अपनी मातृभूमि की सेवा में अपने प्राण दिए। इस अवसर पर बोलते हुए, वाइस एडमिरल जैन ने इस बात पर ज़ोर दिया कि समुद्री सुरक्षा के प्रमुख संरक्षक होने के नाते, भारतीय नौसेना को युद्ध के लिए तैयार, भरोसेमंद और एकजुट बल बनाना है जो मौजूदा और भविष्य की चुनौतियों को पूरा करने में सक्षम हो और जो देश के आर्थिक विकास और समृद्धि के लिए एक अनुकूल समुद्री वातावरण प्रदान करने में हमें हर प्रकार से सहायता करने की आवश्यकता है। उन्होंने वहाँ मौजूद सभी लोगों को याद दिलाया कि सुरक्षा की गतिशीलता में बदलाव के साथ, हिंद महासागर क्षेत्र (आईओआर) में समुद्री सुरक्षा बहुत महत्वपूर्ण है और इसलिए, ईएनसी में सभी की जिम्मेदारी है कि वे पारंपरिक और गैर-पारंपरिक असंयमित खतरों से चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहें।

वाइस एडमिरल जैन ने आगे कहा कि भारतीय नौसेना मार्च 2020 में विशाखापट्टनम में एक बहुपक्षीय नौसेना अभ्यास, मिलन का आयोजन करेगी, जिसमें बड़ी संख्या में पोतों के अलावा, वरिष्ठ गणमान्य व्यक्तियों के विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेने और नौसेना की सुविधाओं का दौरा करने की अपेक्षा की जाती है। द्विवार्षिक अभ्यासों की मिलन श्रृंखला जिसकी शुरुआत 1995 में हुई थी, इसका आयोजन पिछले वर्ष तक अंडमान व निकोबार कमान (एएनसी) में किया जाता था, और पहली बार इसका आयोजन ईएनसी में मुख्य भूमि पर किया जा रहा है जिसका उद्देश्य अभ्यास के दायरे और जटिलता में वृद्धि करना है। उन्होंने सभी को इस विशाल कार्यक्रम के लिए गंभीरतापूर्वक तैयारी करने का आग्रह किया जो भारतीय नौसेना और विशाखापट्टनम शहर के लिए एक ऐतिहासिक अवसर होगा ठीक वैसे जैसे फरवरी 2016 में आईएफआर के दौरान किया गया था।

इस सुबह एक समानांतर कार्यक्रम में जो कि बीच रोड़ पर "विक्ट्री एट सी" युद्ध स्मारक में आयोजित किया गया था, वाइस एडमिरल नारायण प्रसाद, एवीएसएम, एनएम डायरेक्टर जनरल नेवल प्रोजेक्ट, विशाखापट्टनम ने उन शहीदों पर पुष्प अर्पित किए और श्रद्धांजलि दी जिन्होंने राष्ट्र की रक्षा करते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया था। शहीदों के सम्मान में दो मिनट का मौन रखा गया था।

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