मोजाम्बिक में भारतीय नौसेना के मानवीय प्रयास में स्थानीय भारतीय प्रवासी शामिल हुए

मोजाम्बिक में भारतीय नौसेना के मानवीय प्रयास में स्थानीय भारतीय प्रवासी शामिल हुए

मोजाम्बिक में भारतीय नौसेना द्वारा किए जा रहे एचएडीआर प्रयासों ने स्थानीय भारतीय प्रवासी को वर्तमान में वहां तैनात भारतीय नौसेना के पहले प्रशिक्षण स्क्वाड्रन के पोतों (सुजाता, सारथी और शार्दुल) के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रेरित किया है।

भारतीय समुदाय के साथ-साथ स्थानीय समुदाय भी पोतों द्वारा किए जा रहे एचएडीआर प्रयासों में उत्साहपूर्वक शामिल हुए। प्रभावित क्षेत्रों के दौरे के लिए और स्थानीय प्राधिकरणों के साथ समन्वय के लिए बचाव दलों को भारतीय समुदाय द्वारा स्वेच्छापूर्वक वाहन दिए गए हैं। भारतीय प्रवासीयों ने दलों के लिए स्थानीय सिम कार्ड का इंतज़ाम किया है ताकि बचाव कार्य करते समय प्रभावी तरीके से संचार किया जा सके।

18 मार्च 2019 से पोर्ट बेइरा में चल रहे ऑपरेशन के दौरान, पोतों ने पोर्ट बेइरा के निकट बूजी क्षेत्र जो मुख्य भूमि से दूर के 192 से अधिक लोगों को बचाया। पोर्ट बेइरा, गौरा-गौरथे द्वीप और मातदौरा स्कूल, इमन्हामिजुआ में तीन मेडिकल कैंप लगाए गए हैं और स्थानीय आबादी के 1500 से अधिक प्रभावित लोगों को चिकित्सा सहायता दी गई है।

भारतीय नौसेना के चेतक हेलीकॉप्टर ने स्थानीय अधिकारियों और संयुक्त राष्ट्र मिशन के साथ मिलकर स्थानीय लोगों को कठिन परिस्थितियों में संकट से बचाने के लिए कई तरह के प्रयास किए। इसके अलावा, विश्व खाद्य कार्यक्रम द्वारा प्रदान की गई राहत सामग्री भी इसके ज़रिए गिराई गई।

स्थानीय सरकारी अधिकारियों के साथ मिलकर स्कूलों, गिरिजाघरों, अस्पतालों, अनाथालयों जैसे प्रभावित स्थानों पर पोतों के दलों द्वारा सामुदायिक सेवाएं दी गई। पोतों में पोर्ट के कर्मियों सहित स्थानीय लोगों के लिए 24x7 खुली रहने वाली एक सामुदायिक रसोई की व्यवस्था की गई है और स्थानीय प्राधिकरणों के लिए 22 टन साफ़ पानी उपलब्ध कराया गया है।

पोर्ट बेइरा में पहले प्रशिक्षण स्क्वाड्रन के पोतों द्वारा एचएडीआर ऑपरेशन 30 मार्च 2019 तक जारी रह सकती है। भा नौ पो शार्दुल को राहत सामग्री लाने के लिए मापुटो भेजा गया है और यह राहत सामग्री लेकर 28 मार्च 2019 तक पोर्ट बेइरा पर वापस आ जाएगी और भारतीय नौसेना पोतों पर सामग्री दी जाएगी। इस बीच, चक्रवात से प्रभावित मोजाम्बिक के लोगों के लिए राहत सामग्री के साथ भा नौ पो मगर मुंबई से रवाना हो गई है और 27/ 28 मार्च 2019 तक इसके बेइरा पहुँचने की संभावना है।

भारतीय नौसेना द्वारा प्रशिक्षण स्क्वाड्रन के पोतों और हेलीकॉप्टर के संचालन की अदम्य भावना, मानवीय दृष्टिकोण और व्यावसायिकता को मोजाम्बिक के एचएडीआर में शामिल यूएन स्टाफ सहित अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों के साथ-साथ स्थानीय सरकार से व्यापक रूप से आभार मिला है।

  • https://www.indiannavy.nic.in/
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