जापान और भारत (जेआईएमएक्स 18) के बीच द्विपक्षीय समुद्री अभ्यास विशाखापट्टनम में आरंभ

जापान और भारत (जेआईएमएक्स 18) के बीच द्विपक्षीय समुद्री अभ्यास विशाखापट्टनम में आरंभ

जापानी मैरीटाइम सैल्फ डिफेंस फोर्स (जेएमएसडीएफ) - पोत कागा, एक इज़ुमो क्लास हेलीकॉप्टर डिस्ट्रोयर और इनाज़ुमा - एक गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रायर 07 अक्टूबर 2014 को विशाखापट्टनम पहुंचे। 07 से 15 अक्टूबर 18 तक आयोजित होने वाले जापान-भारत मैरीटाइम अभ्यास (जेआईमेक्स) के तीसरे संस्करण में रियर एडमिरल तत्सुया फुकादा, कमांडर, एस्कॉर्ट फ्लोटिला-4 (सीसीएफ-4) की कमांड में जेएमएसडीएफ पोत भारतीय नौसेना (आईएन) के इस्टर्न फ्लीट के पोतों के साथ भाग लेंगे। जेआईमैक्स-18 का उद्देश्य क्रियाशीलता बढ़ाना, समझने में सुधार लाना और प्रत्येक का सर्वोत्तम व्यवहार ग्रहण करना है।

भारतीय नौसेना का प्रतिनिधित्व स्वदेशी निर्मित और डिजाइन किए गए तीन युद्धपोत और फ्लीट टैंकर करेंगे। इसमें भाग लेने वाले पोत भा नौ पो सतपुरा, मल्टीपर्पस स्टील्थ फ्रिगेट, भा नौ पो कदमत, एंटी-सबमैरीन वारफेयर कार्वेट, मिसाइल कार्वेट और भा नौ पो शक्ति, फ्लीट टैंकर हैं। इनके अतिरिक्त, एक पनडुब्बी, पी 81 लॉंग रेंज समुद्री पेट्रोल विमान और कई अभिन्न हेलीकॉप्टर भी अभ्यास में भाग लेंगे। रियर एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी, फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग, पूर्वी बेड़ा इसमें भाग लेने वाले भारतीय पोतों की कमान संभालेंगे।

आठ दिन तक चलने वाले जेआईमैक्स-18 में हार्बर फेज़ और सी फेज़ शामिल हैं। यह दोनों अभ्यास चार-चार दिन तक चलेंगे। हार्बर फेज़ 07 से 10 अक्तूबर 18 तक होगा, जिसमें पोत के क्रू के साथ पेशेवर और सामाजिक वार्ता तथा सी फेज़ के लिए खेल-कूद फिक्शर्स और परिचालन योजना शामिल होगी। सी फेज़ में एंटी सबमैरीन वारफेयर अभ्यास, वीबीएसएस (विज़िट, बोर्ड, सर्च और सिज़र) ड्रिल्स, गन फायरिंग्स, क्रॉस डेक हेलो ऑपरेशन्स तथा एंटी–सबमैरीन/ एंटी-एयर थ्रैट सिनेरियोज़ में संचलित ऑपरेशन्स शामिल हैं।

जेआईएमएक्स का पिछला संस्करण दिसंबर 2013 में चेन्नई में आयोजित किया गया था। जेआईएमएक्स-18 का पांच वर्ष बाद हो रहा यह आयोजन इस बात का संकेत है कि भारत-जापान सुरक्षा संबंधों में न केवल बढ़ोत्तरी हुई है बल्कि ‘रूल बेसड आर्डर’ को ध्यान में रखते हुए वैश्विक आधार पर संरक्षा और सुरक्षा को बढ़ाने के लिए दोनों देशों के बीच लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। यहां यह बताना आवश्यक है कि भारत और अमरीकी नौसेना के बीच मालाबार सिरीज़ के अभ्यास में जेएमएसडीएफ नियमित प्रतिभागी है। इसके अतिरिक्त, दोनों नौसेनाओं के पोत पिछले पांच वर्षों से अदन की खाड़ी में एंटी पायरेसी ऑपरेशन में घनिष्ठ समन्वय के साथ काम कर रहे हैं।

जेएमएसडीएफ पोतों ने हाल ही में गुआम में संपन्न (भारतीय और अमेरिकी नौसेना ईकाइयों के साथ) मालाबार 18 में प्रशांत महासागर में जून में और हवाई, अमेरिका द्विवार्षिक बहुपक्षीय अभ्यास आरआईएमपीएसी-18 मे भाग लिया था।

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