रॉयल ब्रूनेई आर्म्ड फोर्सेज कोर्स का दौरा
लेफ्टिनेंट कर्नल (यू) मोहम्मद सल्लेहीन बी मोहम्मद तैब (एक्टिंग कमांडेंट आरबीएएफ डिफेन्स एकेडमी) के नेतृत्व में रॉयल ब्रूनेई आर्म्ड फोर्सेज कमांड और स्टाफ कोर्स (एएफसीएससी) के 34 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने 14 से 17 मई 15 तक मुंबई का दौरा किया। प्रतिनिधिमंडल में भारतीय नौसेना के एक ऑफिसर सहित 17 ब्रूनेई और 16 फॉरेन आर्म्ड फोर्स के ऑफिसर थे।
लेफ्टिनेंट कर्नल (यू) मोहम्मद सलेहिन बि मोहम्मद तईब (आरबीएएफ रक्षा अकादमी के कार्यवाहक कमांडेंट) की अगुवाई में रॉयल ब्रुनेई सशस्त्र बल कमान और कर्मी दल (एएफसीएससी) का 34 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल, 14 से 17 मई 2015 के बीच मुंबई की यात्रा पर था। इस प्रतिनिधिमंडल में ब्रूनेई के 17 और विदेशी सशस्त्र बलों के 16 अधिकारियों के अलावा भारतीय नौसेना का एक अधिकारी भी शामिल था।
भारतीय नौसेना के एक ऑफिसर सहित 17 ब्रूनेई और 16 फॉरेन आर्म्ड फोर्स के ऑफिसर से बने प्रतिनिधिमंडल ने गाइडेड मिसाइल विध्वंसक आईएनएस मुंबई का दौरा किया।
दौरा के दौरान, लेफ्टिनेंट कर्नल (यू) मोहम्मद सल्लेहीन बी मोहम्मद तैब, प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख ने नौसेना उप प्रमुख एआर कर्वे, चीफ ऑफ़ स्टाफ, वेस्टर्न नवल कमांड से मुलाक़ात की। प्रतिनिधिमंडल ने नौसेना गोदी, हेरिटेज हॉल और गाइडेड मिसाइल विध्वंसक आईएनएस मुंबई का दौरा भी किया। इसके अतिरिक्त, प्रतिनिधिमंडल ने वेस्टर्न नवल कमांड के अधिकारियों से मुलाकात की।
प्रतिनिधिमंडल का नवल डॉकयार्ड (मुंबई) दौरा, जहां उन्होंने नौसेना में पोत मरम्मत के 175 वर्षों से अधिक पुराने इतिहास की जानकारी पाई।
ब्रुनेई दारुस्सलाम बोर्नेओ के द्वीप के उत्तरी तट पर बसा हुआ राष्ट्र है। राष्ट्र का क्षेत्रफल 5,765 वर्ग किलोमीटर है और यहां दक्षिण चीन सागर से आगे 161 किलोमीटर लंबा समुद्र तट है। दोनों राष्ट्रों के बीच रक्षा संबंध में प्रशिक्षण के लिए अधिकारियों का विनिमय और युद्धपोतों का दौरा शामिल है।
ब्रुनेई दारुस्सलाम की भौगोलिक स्थिति