विक्रमादित्य, विराट क्लास, दिल्ली क्लास, राजपूत क्लास, रणवीर क्लास, कोलकाता क्लास
विमान वाहक
भा नौ पो विक्रमादित्य
नाम | पेनन्ट नं. | समिति की तारीख |
---|---|---|
विक्रमादित्य | आर 33 | 16 नवम्बर 2013 |
भा नौ पो विक्रांत
नाम | पेनन्ट नं. | समिति की तारीख |
---|---|---|
विक्रांत | आर 11 | 02 सितम्बर 2022 |
विध्वंसक
दिल्ली क्लास
दिल्ली श्रेणी के विध्वंसक मिसाइल को विध्वंसक निर्देशित-मिसाइल के रूप में वर्गीकृत किया जाता है। दिल्ली श्रेणी की वाहिका एक विशाल युद्धपोत हैं जिसे पूर्ण रुप से भारत में डिजाइन और निर्मित किया गया है। दिल्ली श्रेणी की वाहिका का कोलकाता श्रेणी के विध्वंसक और विक्रांत श्रेणी के विमान वाहक द्वारा अधिक्रमण जल्द ही हो जाएगा। दिल्ली श्रेणी की वाहिका को मुंबई के मझगांव डॉक लिमिटेड में निर्मित किया गया है।
नाम | पेनन्ट नं. | समिति की तारीख |
---|---|---|
मैसूरी | डी 60 | 02 जून 1999 |
दिल्ली | डी 61 | 15 नवम्बर 1997 |
मुम्बई | डी 62 | 22 जनवरी 2001 |
राणा क्लास
राणा श्रेणी निर्देशित-मिसाइल विध्वंसक को काशिन- II श्रेणी के रूप में भी जाना जाता है। इस पोत को पूर्व सोवियत संघ में बनाया गया था। यह ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल प्रणाली द्वारा तैनात भारतीय नौसेना में शामिल पहली पोत हैं। राजपूत श्रेणी के पोत की भूमिका में विमान भेदी तथा वाहक टास्क फोर्स पनडुब्बियों से रक्षा, कम ऊँचाई पर उड़ाने वाले विमान और क्रूज मिसाइलों से पनडुब्बी रोधी युद्ध के रूप में संरक्षण शामिल है।
नाम | पेनन्ट नं. | समिति की तारीख |
---|---|---|
राणा | डी 52 | 19 फरवरी 1982 |
भा नौ पो रणवीर, रणवीर श्रेणी की पहली विध्वंसक, को भारतीय नौसेना में 21 अप्रैल 1986 को कमीशन किया गया था। पोतों का निर्माण पूर्व सोवियत संघ में किया गया था। रणवीर श्रेणी के पोतों की भूमिका में पनडुब्बियों, लो-फ्लाइंग वायु-यान, और क्रूज मिसाइलों के विरुद्ध वाहक कार्य बल रक्षा के लिए, वायु-यान विरोधी और पनडुब्बी विरोधी जैसी सुरक्षा शामिल है।
नाम | पेनन्ट नं. | समिति की तारीख |
---|---|---|
रणवीर | डी 54 | 21 अप्रैल 1986 |
रणविजय | डी 55 | 21 दिसंबर 1987 |
कोलकाता श्रेणी
कोलकाता श्रेणी के विध्वंसक प्रसिद्ध प्रोजेक्ट 15 'दिल्ली' श्रेणी के विध्वंसक हैं, जिनकी सेवाओं की शुरुआत 1990 के दशक के आखिरी हुई थी। इस विध्वंसक के निर्माण की परिकल्पना भारतीय नौसेना के डिजाइन निदेशालय द्वारा की गई थी। जहाजों भारत कोलकाता, कोच्चि और चेन्नई के प्रमुख बंदरगाह शहरों के बाद नाम दिया गया है। जहाज का नामकरण भारत के प्रमुख बंदरगाह के शहरों जैसे कोलकाता, कोच्चि और चेन्नई के नाम किया गया है।
नाम | पेनन्ट नं. | समिति की तारीख |
---|---|---|
कोलकाता | डी 63 | 16 अगस्त 2014 |
कोच्चि | डी 64 | 30 सितम्बर 2015 |
चेन्नई | डी 65 | 21 नवम्बर 2016 |
विशाखापट्नम क्लास
विशाखापत्तनम श्रेणी के विध्वंसक स्वदेशी रूप से विकसित मिसाइल विध्वंसक हैं, जो अत्याधुनिक हथियारों और हथियारों से सुसज्जित हैं। आधुनिक निगरानी रडार के साथ सेंसर। आईएनएस विशाखापत्तनम चार 'विशाखापत्तनम' श्रेणी के विध्वंसक जहाजों में से पहला है, जिसे स्वदेशी रूप से भारतीय नौसेना के इन-हाउस संगठन नौसेना डिजाइन निदेशालय द्वारा डिजाइन किया गया है और मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड, मुंबई द्वारा निर्मित किया गया है।
नाम | पेनन्ट नं. | समिति की तारीख |
---|---|---|
विशाखापट्नम | डी 66 | 21 नवंबर 2021 |
मोरमुगाओ | डी 67 | 08 दिसंबर 2022 |
इंफाल | डी 68 | 26 दिसंबर 2023 |
नोट:-: सभी जहाजों के नाम के आगे 'आईएनएस' लगा होता हैं जो भारतीय नौसेना द्वारा निर्दिष्ट नाम से भेजा जा रहा है।