पी - 81

आईएनएएस 312 –एल्बैट्रोस

आईएनएएस 312 –एल्बैट्रोस

नौसेना की पहली लंबी दूरी वाली समुद्री टोही स्क्वाड्रन का कमीशन पूर्व के पांच आईएएफ सुपर कांस्‍टेलेशन एयरक्राफ्ट के साथ 08 नवंबर, 1976 को किया गया था। कंमाडर आरडी धीर इसके कमीशनिंग स्क्वाड्रन कमांडर थे। शुरू में यह स्क्वाड्रन आईएनएस हंस, गोवा में स्थित था। वर्ष 1983 में सुपर कांस्‍टेलेशन एयरक्राफ्ट को चरणबद्ध तरीके से बाहर कर दिया गया। 16 अप्रैल, 1988 को तत्‍कालीन रक्षा मंत्री, श्री के सी पंत द्वारा आईएनएस राजली, अरकोनम में टुपोलेव 142एम वायुयान का कमीशन किया गया। तब से एल्बैट्रोस, अपने अभूतपूर्व समुद्री टोही (एमआर) क्षमताओं के कारण निरंतर नौसेना के एमआर प्रयास की अगुवाई कर रहा है। एल्बैट्रोस सबसे तेज टर्बो-प्रॉप होने के अलावा विश्‍व भर में अपनी तरह के बेहतरीन विमानों में से एक है। उपस्‍करों के निरंतर उन्‍नयन एवं नवीन तकनीकों के समावेश से एल्बैट्रोस भारतीय नौसेना में लंबी दूरी की टोह लेने, एएसडब्‍ल्‍यू एवं ईएसएम/ईडब्‍ल्‍यू मिशनों के लिए प्रमुख वायुयान बने हुए हैं। पी 8आई बहु-मिशन वाले वायुयानों के शामिल किये जाने से अब इस वायुयान को क्रमबद्ध तरीके से हटाने पर विचार किया जा रहा है।

Back to Top