पश्चिमी स्टार

Paschimi Star

प्राधिकार

दिनांक 17 जनवरी 73 की राष्ट्रपति सचिवालय अधिसूचना सं. 3-Pres/73.

पात्रता की शर्तें एवं पात्रों की श्रेणियाँ

यह सम्मान निम्नलिखित सैन्य बलों के सभी कर्मियों को दिया गया, जिन्होंने भारत की पश्चिमी सीमाओं के आस-पास पाकिस्तानी सैन्य बलों के खिलाफ जमीन पर, समुद्र में अथवा हवा में कार्रवाई में भाग लिया। युद्ध क्षेत्र में एक दिन की सेवा अथवा एक सैन्य आक्रमण के संचालन के दौरान सेवा को इस सम्मान हेतु न्यूनतम योग्यता मानी जाएगी। अर्हक क्षेत्रों में न्यूनतम दस दिनों की सेवा अथवा एक सैन्य आक्रमण के संचालन के दौरान सेवा या चालक दल के सदस्यों के रूप में कुल तीन घंटे की उड़ान को इस योग्य माना जाएगा।

  • सेना, नौसेना, वायुसेना के साथ-साथ किसी भी रिज़र्व बल, प्रादेशिक सेना एवं जम्मू-कश्मीर रक्षक योद्धा तथा संघ के किसी भी अन्य सशस्त्र बलों के सभी रैंकों के कर्मी;
  • रेलवे सुरक्षा बल, पुलिस बल, गृह रक्षा वाहिनी, नागरिक रक्षा संगठन और सरकार द्वारा निर्दिष्ट किसी भी अन्य संगठन के सभी रैंकों के अधिकारी; और
  • उपर्युक्त सैन्य बलों के आदेश/निर्देशों या पर्यवेक्षण के तहत अंतर्गत नियमित अथवा अस्थाई रूप से सेवा प्रदान करने वाले सभी असैनिक नागरिक।

युद्धक्षेत्र और अर्हक क्षेत्र

(मानचित्र में भारत एवं इसके निकटवर्ती देशों को संदर्भित करता है, 5वां संस्करण)

(40 मील) तथा जम्मू और कश्मीर, लद्दाख एवं पंजाब ¼" पत्रक संख्या 52-E, 52-F, 52-B, 52-C, 52-A, 43-P और 52-D)

युद्ध क्षेत्र

  • उपरोक्त बिंदु क्षेत्रों के उत्तर में सुईगम-भुज-लखपत-कोरी खाड़ी को जोड़ने वाली रेखा।
  • अरब सागर और निकटवर्ती समुद्री क्षेत्र तथा हिंद महासागर के पश्चिमी देशांतर में 800 35' पूर्व।

अर्हक क्षेत्र

  • बंदरगाह - रोज़ी, ओखा, पोरबंदर, वेरावल, बॉम्बे, कोचीन, गोवा, दीव, हेड तारापोर, कोयली और आसपास के इलाके।

पात्रता की अवधि

पात्रता की अवधि 3 दिसंबर 1971 से 20 दिसंबर 1972 तक होगी (दोनों दिन शामिल हैं)।

पदक और रिबन की बनावट

पदक प्रवणित किरणों के साथ पांच बिंदुओं वाले सितारे की आकार वाला यह पदक टोम्बेक कांस्य का बना होता है, जिसके एक बिंदु के आर-पार लंबाई 40 मिमी होती है, और इसके ऊपरी सिरे पर रिबन के लिए एक छल्ला बना होता है। इसके अग्र-भाग पर केंद्र में आदर्श वाक्य के ऊपर राजकीय चिह्न बना होता है, जिसमें राजकीय चिह्न के चारों ओर एक वृत्ताकार पट्टी (जिसकी चौड़ाई 2 मिमी और व्यास 20 मिमी है) बनी होती है, जो शेरों के शीर्ष भाग पर खंडित होती है। इस पट्टी पर राजकीय चिह्न के दोनों तरफ उभरे अक्षरों में “पश्चिमी स्टार” उत्कीर्ण होता है। इस पदक का पृष्ठभाग सपाट होता है।

रिबन 32 मिमी की चौड़ाई के इस रिबन की पृष्ठभूमि गहरे लाल रंग की होती है, जिस पर 2 मिमी की चौड़ाई की तीन सफेद धारियां बनी होती हैं।

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