डोर्नियर
आईएनएएस 318 – हॉक
आईएनएएस 318 का कमीशन 10 मार्च, 1984 को किया गया था। लेफ्टिनेंट कंमाडर जेएस ढिल्लो इसके पहले स्क्वाड्रन कमांडर थे। यह स्क्वाड्रन शुरू में आइलैंडर वायुयान से लैस था जिसके स्थान पर बाद में डोर्नियर लाए गए। यह स्क्वाड्रन आईएनएस उत्कर्ष, पोर्ट ब्लेयर में स्थित है। इस स्क्वाड्रन का प्रमुख कार्य समुद्री टोह व पहरेदारी करना है। इस स्क्वाड्रन ने अंडमान के दूर-दराज की सीमांत बस्तियों के आसपास निरंतर सतर्कता कायम रखते हुए प्रशंसनीय कार्य किया है एवं अवैध शिकार और तस्करी के विरूद्ध अनेक अभियानों में भाग लिया है। इस स्क्वाड्रन ने 'लुक ईस्ट' की नौसेना की नीति पर बड़े पैमाने पर योगदान दिया है एवं पोर्ट ब्लेयर में नए एकीकृत कमान के गठन से ये वायुयान निरंतर निगरानी करते हुए समुद्री डाकू प्रभावित मलक्का स्ट्रेट्स को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से महत्वपूर्ण संपत्ति बने हुए हैं।