नौसेना अध्यक्ष
एडमिरल आर के धवन एवीएसएम, वायएसएम
एडमिरल रोबिन धवन, एवीएसएम, वायएसएम वर्तमान में नौसेना के अध्यक्ष है। एक नेविगेशन और दिशा विशेषज्ञ, वाइस एडमिरल धवन राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (45 कोर्स, चार्ली स्वाउपाधड्रन) और डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज के एक पूर्व छात्र हैं। राष्ट्रीय रक्षा अकादमी में प्रशिक्षण के तीन वर्ष पूरे होने पर, वे 1974 में अपने पहले जहाज आईएनएस दिल्ली में शामिल हो गए जहां उन्हें सर्वश्रेष्ठ कैडेट के रूप में परखे जाने पर 'टेलीस्को प' से सम्मानित किया गया। आगे चलकर उन्हेंि मिडशिपमैन प्रशिक्षण के पूरा होने पर 'स्वाकर्ड द ऑनर' सम्मान से सम्मानित किया गया। उन्होंकने भारत और विदेशों में येओवीलटन, ब्रिटेन और नेवल वार कॉलेज, रोड आइलैंड, संयुक्त राज्य अमेरिका में नौसेना कमान कोर्स में सी हैरियर दिशा कोर्स सहित विभिन्न पाठ्यक्रमों को पूरा किया है।
एडमिरल ने नौसेना मुख्यालय में विभिन्न महत्वपूर्ण स्टाफ पदों पर कार्य किया है, जिसमें उप निदेशक नौसेना संचालन, संयुक्त निदेशक नौसेना योजनाएं, सहायक नौसेनाध्यक्ष प्रमुख (नीति और योजनाएं) के रूप में और नौसेनाध्यक्ष, एकीकृत मुख्यालय, रक्षा मंत्रालय (नौसेना)। के डिप्टी चीफ के पदों पर कार्य शामिल है।
उन्होंने यह भी डीएसएससी वेलिंगटन में वरिष्ठ प्रशिक्षक के रूप में सेवा प्रदान की है। उनके द्वारा नेतृत्वै पाने वाले जहाजों में आईएनएस खुखरी, मिसाइल कोरवेट, आईएनएस रंजीत, एक काशिन वर्ग विनाशक और मिसाइल विनाशक आईएनएस दिल्लीी शामिल हैं। उन्होंने भारतीय उच्चायोग, लंदन में मार्च 2000 से 2003 तक भारतीय नौसेना सलाहकार के रूप में और 31 से जनवरी 2004 तक 17 जुलाई +2005 तक मुख्य स्टाफ अधिकारी (परिचालन), मुख्यालय पश्चिमी नौसेना कमान (मुंबई) के रूप में सेवा प्रदान की।
एडमिरल फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग पूर्वी बेड़े के नेतृत्वक का सौभाग्य प्राप्त हुआ, जो भारतीय नौसेना के दो संचालन बेडों में से एक है और बाद में उन्होंहने मुख्यालय पूर्वी नौसेना कमान, विशाखापत्तनम के प्रमुख के रूप में में कार्यभार संभाला। इस के बाद राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के प्रतिष्ठित कमांडेंट का पद संभाला जिस पर उन्हों्ने 30 नवम्बर, 09 तक कार्य किया और इसके बाद आईएचक्यूय, एमओडी (नौसेना), के नौसेना के डिप्टी चीफ के रूप में पदभार संभाला और वे 30 अगस्त 11 तक इस पद पर रहे। उनके अवकाश की गतिविधियों में गोल्फ और नौकायन शामिल हैं।