विशाखापत्तनम के युद्ध स्मारक में कारगिल के वीरों को श्रद्धांजलि दी गई

विशाखापत्तनम के युद्ध स्मारक में कारगिल के वीरों को श्रद्धांजलि दी गई

26 जुलाई, 2019 को कारगिल विजय दिवस की 21वीं वर्षगांठ के अवसर पर, वाइस एडमिरल अतुल कुमार जैन, पीवीएसएम, एवीएसएम, वीएसएम; फ्लैग अफसर कमांडिंग-इन-चीफ ईएनसी, पुलिस कमिश्नर श्री राजीव कुमार मीना, जीवीएमसी कमिश्नर श्रीमती जी श्रीजना, वाइस एडमिरल वी के नमबल्ला (सेवानिवृत्त), नेवी फाउंडेशन के अध्यक्ष और श्री जी सत्यानंद, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी ने युद्ध स्मारक विशाखापत्तनम में स्थित ‘विक्टरी एट सी’ में आयोजित भव्य पुष्पांजलि समारोह में कारगिल युद्ध के वीरों को श्रद्धांजलि दी।

इस अवसर पर 50 जवानों ने गार्ड ऑफ़ ऑनर दिया। गार्ड ने 'सलामी शस्त्र' का प्रदर्शन किया और वाइस एडमिरल जैन ने पुष्पांजलि अर्पित की। 'अंतिम विदाई' की बिगुल ध्वनि के साथ दो मिनट का मौन रखा गया। राष्ट्र ने कारगिल युद्ध के दौरान वीरगति प्राप्त शहीद सैनिकों के उत्कृष्ट बलिदानों को याद किया, जब भारत ने इक्कीस वर्ष पूर्व इसी दिन लाइन ऑफ कंट्रोल के भीतर कुछ चौकियों पर सफलतापूर्वक फीर से अपना कब्जा जमाया था। ऑपरेशन विजय में जीत के बाद से ही, 26 जुलाई को प्रति वर्ष 'कारगिल विजय दिवस' मनाया जाता है।

आरके बीच रोड विशाखापत्तनम में 1996 में निर्मित ‘विक्टरी एट सी’ युद्ध स्मारक हमारे उन सैनिकों के सर्वोच्च बलिदान को यादगार बनाने के लिए भावपूर्ण श्रद्धांजलि है, जिन्होंने 1971 में हुए भारत-पाकिस्तान के युद्ध में अपना उत्कृष्ट बलिदान दिया। इस स्मारक को समय-समय पर अपग्रेड किया गया था। अभी हाल ही में अक्टूबर 2019 में स्मारक के टावर के शीर्ष पर राष्ट्रीय प्रतीक लगाया गया है और इस सप्ताह एक भित्ति चित्र का निर्माण किया गया है जिसमें 1971 के युद्ध के दौरान भारतीय मिसाइल की नौकाओं के अनुमार्गण के साथ 4 दिसंबर 1971 की रात्रि को भारतीय नौसेना के पोतों द्वारा किए गए मिसाइल हमलों के चित्र बनाए गए हैं।

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