भा नौ पो पारुंदु में स्वर्णिम विजय मशाल

1971 में भारत-पाक युद्ध में मिली शानदार विजय के उपलक्ष में समारोह दिसंबर 2020 में शुरू किया गया। राष्ट्रीय युद्ध स्मारक की अनंत ज्वाला से चार स्वर्णिम विजय मशाल जलाये गई और प्रत्येक को चार प्रमुख दिशाओं में 1971 युद्ध के भूतपूर्व सैनिकों और वीर नारियों के शहरों और गांवों से गुज़ारा गया। दक्षिणी जिले की विजय मशाल 13 जुलाई 2021 को भ नौ पो पारुंदु पहुंची। 14 जुलाई 2021 को भा नौ पो पारुंदु का स्वर्णिम विजय वर्ष मनाने के लिए स्टेशन कमांडर कैप्टन वेंकटेश आर. अय्यर और साथ में नौसैनिकों, उनके परिवार के सदस्यों, नागरिक प्रशासन के गणमान्य व्यक्तियों, भूतपूर्व सैनिकों ने औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर के साथ विजय मशाल को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद पुष्पांजलि अर्पित की गई। युद्ध में शामिल हुए सैनिकों और भूतपूर्व सैनिकों ने युवा सैनिकों के साथ अपने जीवन के अनुभव साझा किए। वहाँ उपस्थित लोगों और गणमान्य व्यक्तियों ने विजय मशाल के नीचे पुष्प अर्पित कर युद्ध में शामिल हुए हमारे सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। पारुंदु में नौसेना समुदाय ने वहाँ पधारे भूतपूर्व सैनिकों को सम्मानित किया। उस कार्यक्रम का आयोजन कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करते हुए किया गया था। उस ज्वाला को रामनाथपुरम में और उसके आसपास स्थित विभिन्न स्थानों में ले जाया गया, जैसे कि कलेक्टर ऑफिस, युद्ध में शामिल भूतपूर्व सैनिकों सूबेदार एस. रमैया (सेवानिवृत्त) और सार्जेंट के. रामासामी (सेवानिवृत्त) का निवास स्थान। यह ज्वाला 1971 युद्ध के वीरों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए सेना के जवानों के परिवारों वास्ते प्रज्वलित कर रखी गई है। इस ज्वाला को नेवल डिटेचमेंट (रामनाड), आईसीजी स्टेशन मंडपम, धनुषकोड़ी और अब्दुल कलाम मेमोरियल ले जाया जाएगा और वहाँ पर उसे 16 जुलाई 2021 तक स्टेशन में रखा जाएगा। उसके बाद, ज्वाला को मदुरै ले जाया जाएगा।

Back to Top