भारतीय युद्धपोत त्रिकाण्ड़ का पोर्ट विक्टोरिया दौरा

भारतीय युद्धपोत त्रिकाण्ड़ का पोर्ट विक्टोरिया दौरा

भारतीय युद्धपोत त्रिकाण्ड़ का पोर्ट विक्टोरिया दौरा

सेशल्स के साथ अपने संबंधों के प्रति भारत की प्रतिबद्धता की अभिव्यक्ति तथा हिंद महासागर क्षेत्र में समुद्रिक सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए, भारतीय नौसेना का पोत त्रिकाण्ड़, पांच दिनों की यात्रा पर पोर्ट विक्टोरिया पहुंच गया है। भारतीय नौसेना का एक अत्याधुनिक फ्रिगेट आईएनएस त्रिकाण्ड़, सागर — क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा एवं विकास के दृष्टिकोण के अनुरूप वर्तमान में दक्षिणी हिंद महासागर में दो महीनों की तैनाती पर है। तदनुसार, इस क्षेत्र में निर्बाध आर्थिक विकास हेतु सुरक्षित एवं स्थिर क्षेत्रीय समुद्रिक वातावरण सुनिश्चित करने के लिए भारतीय नौसेना सेशल्स तटरक्षक बल के साथ समुद्रिक सुरक्षा सहयोग को बढ़ावा देगी।

भारतीय युद्धपोत त्रिकाण्ड़ का पोर्ट विक्टोरिया दौरा

आईएनएस त्रिकाण्ड़ की यह यात्रा 29 जून 16 को आयोजित सेशेल्स के राष्ट्रीय दिवस समारोह के दौरान हुई। युद्धपोत पर मौजूद सैन्य कर्मियों के मार्चिंग दल और नौसेना बैंड ने प्रतिष्ठित वार्षिक सैन्य परेड में भाग लिया। इस अवसर पर जहाज के अभिन्न हेलीकॉप्टर द्वारा हवाई परेड भी किया गया। इसके अलावा, दोनों सेनाओं के बीच के संबंधों एवं आपसी समझ को मजबूत बनाने के उद्देश्य से सरकार एवं सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मुलाकात, सेशल्स तटरक्षक बल के साथ प्रशिक्षण एवं तकनीकी सहयोग, खेल-कूद एवं सांस्कृतिक गतिविधियों के आयोजन की भी योजना बनाई गई है। इस पोत की अगुवाई कमान अधिकारी, कैप्टन अर्जुन देव नायर कर रहे हैं, जिन्हें भारतीय नौसेना के पेशेवर एवं अति उत्साहित कर्मियों की सहायता प्राप्त है।

भारतीय युद्धपोत त्रिकाण्ड़ का पोर्ट विक्टोरिया दौरा

वास्तव में यह तैनाती भारत और सेशेल्स के बीच सशक्त रक्षा एवं समुद्रिक सहयोग के क्षेत्र में एक नया अध्याय जोड़ती है। भारतीय नौसेना सेशल्स के ईईजेड में नियमित रूप से निगरानी और गश्ती अभियान चलाती है, और इसके लिए सेशेल्स तटरक्षक बल के साथ संयुक्त रूप से भारतीय नौसेना अपने जहाजों एवं विमानों की तैनाती करती है। आखिरी बार मार्च 2016 में अत्याधुनिक पी8आई समुद्रिक टोही विमान की तैनाती की गई थी।

सेशेल्स के साथ भारत के बेहद मजबूत एवं दीर्घकालिक संबंध रहे हैं, जिसमें रक्षा सहयोग एक महत्वपूर्ण घटक है। दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग में प्रशिक्षण, जल-सर्वेक्षण तथा समुद्रिक अनुक्षेत्र जागरूकता के क्षेत्र में सहयोग शामिल है। मौजूदा यात्रा से भारत और सेशेल्स के बीच के मजबूत मैत्रीपूर्ण संबंधों में और दृढ़ता आएगी तथा हिंद महासागर क्षेत्र में सुरक्षा एवं स्थायित्व को बरकरार रखने में मदद मिलेगी।

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