भारतीय युद्धपोतों की सुबिक बे, फिलीपींस यात्रा

भारतीय युद्धपोतों की सुबिक बे, फिलीपींस यात्रा

भारत की ‘एक्ट ईस्ट पॉलिसी’ तथा भारतीय नौसेना के बढ़ते कदमों एवं संक्रियात्मक दायरे के विस्तार की अभिव्यक्ति के तौर पर, दक्षिण चीन सागर और पश्चिमी प्रशांत में पूर्वी बेड़े की तैनाती के भाग के रूप में भारतीय नौसेना के पोत सह्याद्री और शक्ति तीन दिवसीय यात्रा पर सुबिक बे पहुंचे।
इस यात्रा के दौरान, दोनों सेनाओं के बीच आपसी सहयोग को बेहतर बनाने के लिए भारतीय नौसेना के पोत तथा फिलीपींस की नौसेना के बीच पेशेवर स्तर की वार्ता होगी। इसके साथ ही, दोनों देशों की नौसेनाओं के बीच आपसी समझ और संबंधों को मजबूत करने के उद्देश्य से सरकार एवं सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मुलाकात, खेल एवं सांस्कृतिक गतिविधियों के आयोजन तथा बेहतर कार्यप्रणाली को साझा करने की योजना भी बनाई गई है। सुबिक बे से प्रस्थान के बाद सभी पोत फिलीपींस की नौसेना के साथ एक अभ्यास में भाग लेंगे, जिसका उद्देश्य संचार के साथ-साथ खोज एवं बचाव प्रक्रियाओं में अन्तरसंक्रियता को बेहतर बनाना है। आईएनएस सह्याद्री की कमान कैप्टन के. एस. राजकुमार के हाथों में है, जबकि आईएनएस शक्ति की कमान कैप्टन गगन कौशल के हाथों में है।

भारत और फिलीपींस के बीच 7 वीं सदी से ही सशक्त मैत्रीपूर्ण संबंध रहे हैं, जो सांस्कृतिक एवं आर्थिक संबंधों पर आधारित हैं। दो महान भारत-मलय साम्राज्यों, अर्थात सुमात्रा आधारित श्रीविजय साम्राज्य तथा फिलीपींस के साथ व्यापार करने वाला जावा का मजाफित साम्राज्य, के माध्यम से फिलीपींस पर भारतीय संस्कृति का अप्रत्यक्ष प्रभाव पड़ा। आसियान-भारत शिखर सम्मेलन स्तर की साझेदारी और पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन की स्थापना के बाद से दोनों देशों के बीच के संबंधों में नई ऊर्जा का संचार हुआ है, जिसका भारत एक संस्थापक सदस्य है। प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले इन शिखर सम्मेलनों ने दोनों देशों के नेताओं को नियमित बैठकों के लिए एक उत्कृष्ट मंच उपलब्ध कराया है, और इस प्रकार का सबसे नवीनतम सम्मेलन नवंबर 2015 में ना पिई ता, म्यांमार में आयोजित किया गया था, जहां माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी तथा फिलिपिंस के राष्ट्रपति के बीच द्विपक्षीय बैठक हुई थी। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार 1.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर का है और भारत ने फिलीपींस में कपड़ा, वस्त्र निर्माण, आईटी, बीपीओ, स्टील, हवाई अड्डे और फार्मास्यूटिकल्स के क्षेत्र में पर्याप्त निवेश किया है।

दोनों देशों की नौसेनाएं बंदरगाहों की यात्राओं के जरिए एक-दूसरे के साथ निरंतर वार्ताओं में संलग्न हैं। आखिरी बार किसी भारतीय पोत ने अक्टूबर 2015 में फिलीपींस की यात्रा की थी, जब सह्याद्री का मनीला में आगमन हुआ था। दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग को बढ़ाने के लिए फिलीपींस-भारत संयुक्त रक्षा सहयोग समिति की स्थापना की गई है, जिससे गैर-पारंपरिक खतरों को शामिल करते हुए रक्षा सहयोग के दायरे का विस्तार हुआ है।

मौजूदा यात्रा से भारतीय नौसेना और फिलीपींस नौसेना के बीच समुद्रिक सहयोग को प्रोत्साहन मिला है। इससे आने वाले दिनों में भारत और फिलीपींस के बीच के मैत्रीपूर्ण संबंध और भी मजबूत होंगे तथा और दुनिया के इस महत्वपूर्ण भाग में सुरक्षा एवं स्थायित्व को बरकरार रखने में मदद मिलेगी।

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