नौसेना उप प्रमुख अजेंद्र बहादुर सिंह, वीएसएम ने डिप्टी कमांडर-इन-चीफ, सामरिक सैन्य-बल कमांड का पद ग्रहण किया

नौसेना उप प्रमुख अजेंद्र बहादुर सिंह, वीएसएम ने डिप्टी कमांडर-इन-चीफ, सामरिक सैन्य-बल कमांड का पद ग्रहण किया

 

नौसेना उप प्रमुख अजेंद्र बहादुर सिंह, वीएसएम ने डिप्टी कमांडर-इन-चीफ, सामरिक सैन्य-बल कमांड का पद ग्रहण किया

वाइस एडमिरल अजेंद्र बहादुर सिंह, वीएसएम

नौसेना उप प्रमुख के पद पर पदोन्नति के बाद नौसेना उप प्रमुख एबी सिंह ने नई दिल्ली में सामरिक सैन्य-बल कमांड के डिप्टी कमांडर-इन-चीफ का पद ग्रहण किया। वे राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के पूर्व छात्र हैं और वे 01 जुलाई 1983 को भारतीय नौसेना में शामिल हुए थे। नौपरिवहन और वायुयान दिशा निर्देश के विशेषज्ञ, अधिकारी ने बड़ी संख्या में परिचालानात्मक नौसेना पोतों के लिए कार्य किया है। उनकी महत्वपूर्ण विशेषज्ञ नियुक्तियों में आईएनएस कामोर्ता (ऑपरेशन पवन के दौरान) और विध्वंसक रणजीत के नेविगेटिंग अधिकारी के पद शामिल हैं, इसके अलावा वे ऑपरेशन पराक्रम के दौरान पश्चिमी बेड़े के फ्लीट नेविगेटिंग ऑफिसर भी रह चुके हैं। उन्होंने आईएन पोतों वीर (मिसाइल वेसल), विंध्यागिरी (फ्रिगेट), त्रिशूल (गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट) और विराट (वायुयान वाहक) का कमांड भी संभाला है। वे एनडीए, खड़कवासला, नेविगेशन एंड डायरेक्शन स्कूल, कोच्चि और डीएसएससी वेलिंगटन के डायरेक्टिंग स्टाफ में प्रशिक्षक भी रह चुके हैं। उन्होंने नौसेना मुख्यालय में डिप्टी डायरेक्टर और डायरेक्टरेट ऑफ़ नेवल प्लान्स के प्रिंसिपल डायरेक्टर के रूप में कार्य किया है। उन्होंने प्रिंसिपल डायरेक्टर के रूप में रणनीति, अवधारणाओं और परिवर्तन के निदेशालय की स्थापना भी की।

उन्होंने वेलिंगटन में डीएसएससी कोर्स के दौरान मद्रास विश्वविद्यालय से अपनी स्नातकोत्तर डिग्री अर्जित की, जिसमें उन्हें कोर्स में पहला स्थान प्राप्त करने के लिए स्कूडर मैडल से सम्मानित किया गया। उन्होंने क्रैनफील्ड यूनिवर्सिटी, ब्रिटेन से वैश्विक सुरक्षा में स्नातकोत्तर डिग्री भी अर्जित की है। 2011 में उनको उनकी अनुकरणीय सेवा के लिए विश्व सेवा पदक से सम्मानित किया गया था। उन्हें 2012 में फ्लैग रैंक में पदोन्नति मिली और नौसेना मुख्यालय और फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग, पूर्वी बेड़े के फ्लैग ऑफिसर एओबी प्रोजेक्ट में नौसैनिक कर्मचारी के अध्यक्ष के सहायक (नीति और योजना) के रूप में महत्वपूर्ण बिलेट का कार्य किया। नौसेना प्रमुख का विवाह श्रीमती चारू सिंह से हुआ और उनकी दो बेटियां अंबिका और अजीता है।

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