नौसेनाध्यक्ष द्वारा कोच्चि में परिचालन तत्परता अभ्यास की समीक्षा

नौसेनाध्यक्ष द्वारा कोच्चि में परिचालन तत्परता अभ्यास की समीक्षा

नौसेनाध्यक्ष, एडमिरल सुनील लांबा, पीवीएसएम, एवीएसएम, एडीसी हाल ही में संपन्न हुए थिएटर लेवल रेडीनेस एंड ऑपरेशनल एक्सरसाइज़ (ट्रोपेक्स) की डीब्रीफ के लिए 18 मार्च 2019 को कोच्चि पहुंचे। तीनों नौसेना कमान के कमांडर इन चीफ, साथ में भारतीय थल सेना, भारतीय वायु सेना और भारतीय तट रक्षक बल के वरिष्ठ परिचालन कमांडरों और प्रतिनिधियों ने नौसेना बेस, कोच्चि में आयोजित चर्चाओं में उपस्थित रहते हुए भाग लिया।

ट्रोपेक्स 19 की दिन भर चली समीक्षा का उद्देश्य अभ्यास के आयोजन की जांच करना और भारतीय नौसेना की परिचालन तैयार का आकलन करना था। समीक्षा के दौरान भारतीय नौसेना के तैनाती के सिद्धांत और युद्ध क्षमता का ऑडिट भी किया। इस अभ्यास से सीखे गए सबक भारतीय नौसेना को युद्ध में तैनाती, सेना की रचना की आवश्यकताओं, परिचालन रसद, साथ ही सामग्री और प्रशिक्षण अनिवार्यता में बारीकी से सुधार करने के लिए सटीक आकलन प्रदान करेंगे।

नौसेनाध्यक्ष ने नौसेना के वरिष्ठ नेतृत्वकर्ताओं और अधिकारियों को अभ्यास के दौरान प्रदर्शित उच्च स्तरीय व्यावसायिकता और प्रतिबद्धता पर बधाई दी। सीएनएस ने सभी को परिचालन की उच्च गति को कायम रखने और तटों और समुद्र की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कड़े सुरक्षा उपायों सहित तीक्ष्ण निगरानी रखने को कहा। उन्होंने कहा कि नौसेना समुदी क्षेत्र में राष्ट्रीय हितों की रक्षा करने, बढ़ावा देने और उसका संरक्षण करने के लिए हमेशा तैयार रहेगी।

वार्षिक एकीकृत थिएटर लेवल ऑपरेशनल रेडीनेस एक्सरसाइज़, भारतीय नौसेना का सबसे बड़ा समुद्री अभ्यास अरब सागर और उत्तरी हिंद महासागर में फरवरी के माह में आयोजित किया गया। इस प्रकार से भौगौलिक विस्तार के हिसाब से ट्रोपेक्स सबसे बड़ा था जिसमें हिंद महासागर का क्षेत्र शामिल था और इसके साथ ही भाग लेने वाली इकाइयों के हिसाब से भी ये सबसे बड़ा था। इस अभ्यास का आयोजन 07 जनवरी 2019 को आरंभ किया गया और जिसने 14 फरवरी 2019 को पुलवामा हमले के बाद भारतीय नौसेना को उच्च परिचालन तत्परता की मुद्रा में आसानी से जाने में सहायता प्रदान की। भारतीय नौसेना के लगभग 60 पोतों, भारतीय तट रक्षक बल के 12 पोतों और 60 विमानों ने ट्रोपेक्स 19 में भाग लिया। इस अभ्यास में तीनों सेनाओं के जलस्थलचर अभ्यास भी शामिल था जिसमें थल सेना और वायु सेना के कर्मचारियों और परिसंपत्तियों की भागीदारी देखी गई। ट्रोपेक्स आरंभ होने से पहले, 22 जनवरी और 23 जनवरी 2019 को 'सी विजिल' कोड नाम वाले सबसे बड़े तटीय रक्षा अभ्यास का आयोजन किया गया जिसमें सभी 13 तटीय राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ-साथ सभी समुद्री हितधारकों ने भाग लिया।

कुल मिलाकर, इस अभ्यास ने राष्ट्रीय उद्देश्यों के समर्थन में विभिन्न अनिवार्य भूमिकाओं को पूरा करने के लिए नौसेना की तत्परता और क्षमता को साबित किया।

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