जून 2015 - भारतीय नौसेना के जहाजों की विदेशों में तैनाती

भारत की 'लुक ईस्ट' और 'एक्ट ईस्ट' नीति के अनुरूप भारतीय नौसेना के पूर्वी बेड़े के जहाज दक्षिणी हिंद महासागर, दक्षिणी चीन सागर एवं ऑस्ट्रेलिया में संक्रियात्मक तैनाती पर हैं। इस विदेशी तैनाती के दौरान, ये जहाज सिंगापुर, जकार्ता (इंडोनेशिया), फ्रीमेन्टले (ऑस्ट्रेलिया), कुआन्तान (मलेशिया), सत्तहिप (थाईलैंड) और सिहोनुकविले (कंबोडिया) बंदरगाह की यात्रा भी करेंगे। पूर्वी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर (एफओसीईएफ), रियर एडमिरल अजेन्द्र बहादुर सिंह, वीएसएम, इसकी अगुवाई करेंगे।

स्मृतिचिह्न का आदान-प्रदान

स्मृतिचिह्न का आदान-प्रदान

भारतीय युद्धपोत आईएनएस रणवीर, एक निर्देशित मिसाइल विध्वंसक, जिसकी अगुवाई कैप्टन जसविंदर सिंह कर रहे हैं, आईएनएस सतपुड़ा, स्वदेश निर्मित निर्देशित मिसाइल स्टेल्थ फ्रिगेट, जिसकी कमान कैप्टन हरि कृष्ण के हाथों में है, आईएनएस शक्ति, एक अत्याधुनिक फ्लीट टैंकर और समर्थक जहाज, जिसकी कमान कैप्टन विक्रम मेनन के हाथों में है और आईएनएस कमोर्ता, स्वदेश निर्मित पनडुब्बी रोधी युद्धपोत, जिसकी कमान कमांडर मनोज कुमार झा के हाथों में है, इस तैनाती में भाग ले रहे हैं।

सिंगापुर नौसेना के फ्लीट कमांडर के साथ औपचारिक मुलाकात

सिंगापुर नौसेना के फ्लीट कमांडर के साथ औपचारिक मुलाकात

इन यात्राओं का उद्देश्य द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करना तथा नौसेनाओं के बीच अन्तरसंक्रियता को प्रोत्साहन देना है। बंदरगाह में प्रवास के दौरान आधिकारिक स्तर की वार्ता, जहाज पर स्वागत, जहाजों को आगंतुकों के लिए खोला जाना, भारतीय नौसेना कर्मियों के लिए निर्देशित पर्यटन, तथा नौसेना के कर्मियों के बीच पेशेवर बातचीत जैसी विभिन्न गतिविधियों की योजना बनाई गई है। प्रत्येक बंदरगाह की यात्रा के बाद, इंडोनेशिया, ऑस्ट्रेलिया, मलेशिया, कंबोडिया और थाईलैंड की मेजबान नौसेनाओं के साथ भी जलयात्रा अभ्यास की योजना बनाई गई है। भारत के लिए रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण क्षेत्र में भारतीय झंडा लहराने तथा मैत्रीपूर्ण देशों के महत्वपूर्ण बंदरगाहों की यात्रा करने के अलावा ये जहाज सिंगापुर में अंतर्राष्ट्रीय समुद्रिक रक्षा प्रदर्शनी 2015 (आईएम डीईएक्स-15) में भी भाग लेंगे।

सी-इन-सी ईस्ट के लिए सम्मान अभिवादन

सी-इन-सी ईस्ट के लिए सम्मान अभिवादन

एक प्रमुख गतिविधि के तौर पर सिंगापुर गणराज्य नौसेना (आरएसएन) के साथ प्रतिवर्ष नौसैनिक अभ्यास सिम्बैक्स का संचालन किया जाएगा। इस अभ्यास का आयोजन वैकल्पिक रूप से सिंगापुर से सटे दक्षिणी चीन सागर तथा बंगाल की खाड़ी में किया जाएगा। अभ्यास के इस संस्करण का आयोजन सिंगापुर तट से दूर किया जा रहा है, जिसमें भारतीय नौसेना की ओर से अपने अभिन्न हेलीकॉप्टर के साथ आईएनएस सतपुड़ा तथा आईएनएस कमोर्ता भाग लेंगे, जबकि आरएसएन की ओर से आरएसएस सुप्रीम और आरएसएस आर्चर (पनडुब्बी) भाग लेंगे। सिम्बैक्स-15 में नौसेना के सभी संक्रियात्मक पहलुओं को शामिल किया जाएगा, जैसे कि विमान-प्रतिरक्षा, हवा और सतह से फायरिंग का अभ्यास, समुद्रिक सुरक्षा तथा एसएआर, जो दोनों नौसेनाओं के बीच अन्तरसंक्रियता को बढ़ाएगा।

Pages

Back to Top