जून 2015 - भारतीय नौसेना के जहाजों की विदेशों में तैनाती
दोस्ती की एक तस्वीर
भारत की 'लुक ईस्ट' और 'एक्ट ईस्ट' नीति के अनुरूप भारतीय नौसेना के पूर्वी बेड़े के दो जहाज (आईएनएस सतपुड़ा और आईएनएस कमोर्ता) पूर्वी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर (एफओसीईएफ), रियर एडमिरल अजेन्द्र बहादुर सिंह, वीएसएम, की अगुवाई में दक्षिणी हिंद महासागर एवं दक्षिणी चीन सागर में संक्रियात्मक तैनाती पर हैं। पूर्वी बेड़े के युद्धपोतों ने सिंगापुर नौसेना (आरएसएन) के साथ 20 से 26 मई 15 के बीच द्विपक्षीय नौसैनिक अभ्यास सिम्बैक्स में भाग लिया। तैनाती के भाग के रूप में, दो भारतीय युद्धपोत, आईएनएस रणवीर (एक निर्देशित मिसाइल विध्वंसक), जिसकी कमान कैप्टन जसविंदर सिंह के हाथों में है तथा आईएनएस शक्ति (एक परिष्कृत फ्लीट टैंकर एवं समर्थक जहाज) जिसकी कमान कैप्टन विक्रम मेनन के हाथों में है, चार दिन की यात्रा पर 31 मई 2015 को जकार्ता पहुंचे।
आईएनएस रणवीर पर भारतीय और इंडोनेशियाई नौसेना के वरिष्ठ अधिकारी
इस यात्रा का उद्देश्य, दोनों देशों के बीच पहले से मजबूत द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करना तथा दोनों नौसेनाओं के बीच अन्तरसंक्रियता को बेहतर बनाना है। दोनों नौसेनाएं अपने आईएमबीएल पर नियमित समन्वित गश्त करती हैं और इस वर्ष के बाद दोनों नौसेनाओं के बीच वार्षिक द्विपक्षीय अभ्यास शुरू हो जाएगा। बंदरगाह में प्रवास के दौरान आधिकारिक स्तर की वार्ता, दोनों नौसेना कर्मियों के बीच पेशेवर बातचीत, जहाज पर स्वागत समारोह, तथा जहाजों के भ्रमण की योजना बनाई गई है। प्रस्थान के बाद ये जहाज इंडोनेशियाई नौसेना के साथ एक अभ्यास में भाग लेंगे, जिसका उद्देश्य संचार के साथ-साथ खोज एवं बचाव प्रक्रियाओं में अन्तरसंक्रियता को बेहतर बनाना है। ये जहाज आईएनएस सतपुड़ा (स्वदेश निर्मित निर्देशित मिसाइल स्टेल्थ फ्रिगेट) और आईएनएस कमोर्ता (स्वदेश निर्मित पनडुब्बी रोधी युद्धपोत) के साथ दो महीने की तैनाती पर है। इस तैनाती के दौरान, ये जहाज सिंगापुर का भ्रमण करने के साथ-साथ फ्रीमेन्टले (ऑस्ट्रेलिया), कुआन्तान (मलेशिया), सत्तहिप (थाईलैंड) और सिहोनुकविले (कंबोडिया) का दौरा करेंगे।