गोल्डन ग्लोब रेस - 2018: Page 6 of 7

गोल्डन ग्लोब रेस - 2018 (अपडेट 1)

भारतीय नौसेना के कमांडर अभिलाष टॉमी गोल्डन ग्लोब रेस-18 (जीजीआर) में घरेलू तौर पर निर्मित नौकायन पोत ‘थुरिया’ पर भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। रेस की शुरूआत 01 जुलाई 2018 को लेस सबलेस डी’ ओलोने, फ्रांस से हुई तथा प्रतिभागियों को , एकल हाथ से, बिना रुके पूरी दुनिया की जल यात्रा करना अपेक्षित था। रेस के अप्रैल 2019 में लेस सबलेस डी’ ओलोने में पूर्ण होने की उम्मीद है। रेस की विशिष्टता यह है कि 1968 के बाद की डिजाइन और तकनीक वाली नावों को अनुमति नहीं दी गयी है, इसलिए ग्लोबल पोजीशनिंग सिस्टम (जीपीएस), उपग्रह संचार तथा नेविगेशन संबंधी मदद पर रोक लगायी गयी है। जीजीआर को यूके के सर रॉबिन नॉक्स जॉनस्टोन द्वारा 50 वर्षों की स्मृति के रूप में संचालित किया जा रहा है जब उन्होंने 1968 में भारत में निर्मित नौका सुहैली पर सवार होकर विश्व की पहली एकल बिना रुके विश्व की जलयात्रा की थी। कमांडर अभिलाष टॉमी आईएनएसवी म्हादेई पर सवार होकर 2012-13 में एकल बिना रुके विश्व की समुद्र यात्रा सहित 53,000 नॉटिल मील से अधिक की दूरी तय कर चुके हैं। वे कीर्ति चक्र, मेक ग्रेगर तथा तेनज़िंग नोर्के अवार्ड भी प्राप्त कर चुके हैं। ‘थुरिया’ नाम शुद्ध चेतना का प्रतीक है और यह पृष्ठभूमि है जोकि चेतना की तीन आम स्थितियों जिनके नाम हैं, जागने की चेतना, सपने देखने तथा सपने रहित सोने को उच्चतर करती है।

गोल्डन ग्लोब रेस - 2018

गोल्डन ग्लोब रेस - 2018

गोल्डन ग्लोब रेस - 2018

गोल्डन ग्लोब रेस - 2018

गोल्डन ग्लोब रेस - 2018

गोल्डन ग्लोब रेस - 2018

गोल्डन ग्लोब रेस - 2018

गोल्डन ग्लोब रेस - 2018

गोल्डन ग्लोब रेस - 2018

गोल्डन ग्लोब रेस - 2018

गोल्डन ग्लोब रेस - 2018

गोल्डन ग्लोब रेस - 2018

गोल्डन ग्लोब रेस - 2018

Pages

Back to Top