कोलंबो में "रोआनू" चक्रवात के दौरान एचएडीआर अभ्यास

कोलंबो में "रोआनू" चक्रवात के दौरान एचएडीआर अभ्यास

    श्रीलंका सरकार द्वारा सहायता याचना के प्रत्युत्तर में और हमारी एकजुटता की अभिव्यक्ति के रूप में, भारत के प्रधानमंत्री, श्री नरेन्द्र मोदी ने 19 मई 2016 को घोषणा की कि भारत श्रीलंका के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ और भूस्खलन से प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने के लिए आपातकालीन आधार पर सहायता प्रदान करेगा। इस प्रतिबद्धता का अनुसरण करते हुए भारत ने 20 मई 2016 की सुबह कोच्चि से विभिन्न प्रकार की राहत सामग्रियों के साथ भारतीय नौसेना के दो पोतों को रवाना किया। उसी दिन, भारतीय वायुसेना के परिवहन विमान, सी-17 को भी अतिरिक्त आपूर्ति के साथ भेजा गया था।

कोलंबो में रोआनू चक्रवात के दौरान एचएडीआर अभ्यास
राहत सामग्री की सूची सौंपते हुए भारतीय उच्चायुक्त

    लगभग 50 टन राहत सामग्री के साथ सी-17 विमान कटुनायके हवाई अड्डे पर उतरा। इसके कार्गो में टॉर्च, रेनकोट, छतरियां, फोल्डिंग मैट्रेसेस, वॉटर फिल्टर और जल शोधन उपकरण के अलावा 700 तंबू, 1000 तिरपाल शीट, बिजली के 10 जनरेटर, 100 आपातकालीन लैंप और 10,000 लोगों के लिए महामारी से रक्षा हेतु दवाईयां मौजूद थीं। श्रीलंकाई अधिकारियों ने प्राथमिक राहत सामग्री के तौर पर इन्हें स्वीकार किया।

कोलंबो में रोआनू चक्रवात के दौरान एचएडीआर अभ्यास

भारतीय उच्चायुक्त के साथ राहत सामग्री का निरीक्षण करते हुए उप-मंत्री

    कटुनायके हवाई अड्डे पर आज एक सादे समारोह में, श्रीलंका में भारतीय उच्चायुक्त श्री वाई. के. सिन्हा ने, श्रीलंका के माननीय आपदा प्रबंधन मंत्री, अनुरा प्रियदर्शन यापा को राहत सामग्री सौंप दी। इस अवसर पर श्रीलंकाई वायुसेना के कमांडर, एयर मार्शल गगन बल्लथसिंघा, आपदा प्रबंधन सचिव, श्री एस. एस. मियानावाला के साथ-साथ आपदा प्रबंधन मंत्रालय एवं श्रीलंका सरकार तथा वायुसेना के अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।

कोलंबो में रोआनू चक्रवात के दौरान एचएडीआर अभ्यास

नाविकों के साथ बातचीत करते हुए उप-मंत्री

    भारतीय नौसेना के दो अलग-अलग जहाज (आईएनएस सतलुज और आईएनएस सुनैना) कोलंबो बंदरगाह पहुंचे। इन जहाजों में लदा 30 टन से अधिक माल श्रीलंका में भारतीय उच्चायुक्त श्री वाई. के. सिन्हा ने श्रीलंका के विदेश मामलों के माननीय उप-मंत्री, श्री हर्षा डि-सिल्वा को सौंप दिया। इसमें हवा वाली नौकाएं, गोताखोरी के उपकरण, चिकित्सा आपूर्ति, पेयजल, जल शोधन हेतु टैबलेट्स, राशन और उपभोग्य वस्तुएं मौजूद थीं। इस अवसर पर श्रीमती चित्रांगनी वागीश्वरा, विदेश मंत्रालय की सचिव के अलावा श्रीलंका नौसेना के वरिष्ठ अधिकारीगण भी उपस्थित थे।

कोलंबो में रोआनू चक्रवात के दौरान एचएडीआर अभ्यास

सामग्रियों का अवरोहण

कोलंबो में रोआनू चक्रवात के दौरान एचएडीआर अभ्यास

आईएनएस सतलुज के चिकित्सा अधिकारी द्वारा चक्रवात पीड़ितों के लिए उपचार का प्रबंध

           भारतीयों के दिलो-दिमाग में श्रीलंका का एक विशेष स्थान है और भारत की आपात राहत सहायता हमारी स्थाई मित्रता की एक मिसाल है। भारत श्रीलंका की दीर्घकालीन पुनर्वास आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए श्रीलंका सरकार के साथ मिलकर काम करना जारी रखेगा।

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