एकल जलयात्रा (सागर परिक्रमा): Page 4 of 5

100,000 एनएम समारोह। 6ठी वर्षगांठ महादेई की 100,000 एनएम समारोह 14 फरवरी 15, को गोवा में आयोजित किया गया था। माननीय रक्षा मंत्री सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि थे। नौसेना के चीफ और पूर्व सीएनएसएस सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर के दौरान उपस्थित थे।

सागर परिक्रमा-III

सागर परिक्रमा-III की संचालन गतिविधियों की प्रगति इस प्रकार हैं: -

  • तीन महिला अधिकारी सपा-III के लिए कप्तान / कप्तान डिजाइन के लिए चुने गये जो वर्तमान में आईएनडब्लूटीसी मुंबई में कश्ती नौकायन प्रशिक्षण कर रहे हैं। इसके बाद ये अधिकारी कोच्चि के लिए रवाना होगें जहाँ 8 जून से 29 अगस्त 15, तक नौकानयन, नाविक कला, संचार, में प्रशिक्षण प्राप्त करेगें।
  • स्वयंसेवक की जाँच । दस महिला अधिकारी को 27 अप्रैल से 15 मई 15, तक गोवा में माधेई के चालक दल के लिए जाँच कराना पड़ेगा। इन अधिकारियों को स्थायी चालक दल के साथ 01 सितंबर, 15 से लंबे समय के लिए, माधेई जहाज के ऑनबोर्ड पर प्रतिनियुक्त किया जाएगा।

Sagar Parikrama

 

भारतीय नौसेना ने भारत के एक उभरते समुद्रीय शक्ति के साधन के रूप में, प्रस्तावित 'सागर परिक्रमा' परियोजना की शुरूआत की है। इस परियोजना का उद्देश्य एक उपयुक्त नाव का निर्माण और एकल जलयात्रा शुरू करना था। कमांडर दिलीप डोंडे, इस एकल जलयात्रा नौका के कप्तान और लेफ्टिनेंट कमांडर अभिलाष टॉमी आपातोपयोगी अधिकारी नियुक्त किये गये थे। सागर परिक्रमा परियोजना के लिए, नौका 'माधेई', नौसेना को 12 फरवरी 09, बिल्डर यार्ड (मेसर्स कुंभ फाइबरग्लास) गोवा में दिया गया था। प्रारंभ से ही यह नौका श्रीलंका और मॉरीशस के लिए प्रशिक्षण उड़ानों में लगभग 6500 एनएम की दुरी तय किया है।

सागर परिक्रमा

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