आई एफआर 16 - जलयात्रा अभ्यास
आई एफआर 16 - जलयात्रा अभ्यास
04-08 फरवरी 16 को विशाखापट्टनम में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय फ्लीट रिव्यू 2016, भारतीय और विदेशी नौसैनिकों द्वारा 9 फरवरी 16 को बंगाल की खाड़ी में एक जलयात्रा अभ्यास (पीएएसएसईएक्स) उपक्रम के साथ समाप्त हुआ।
पीएएसएसईएक्स का उद्देश्य मित्रवत विदेशी नौसेनाओं के साथ अधिक सहयोग एवं सौहार्द को बढ़ावा देना तथा आईएफ़आर 16 के समापन को यादगार बनाना था। यह एक ऐसा कार्यक्रम था जिसने भारत में आयोजित किसी भी फ्लीट रिव्यू की अपेक्षा विदेशी जहाजों की सबसे अधिक भागीदारी देखी। इस अभ्यास में भारतीय नौसेना के 34 जहाजों के अलावा 14 अन्य देशों के 17 विदेशी युद्धपोत भी शामिल हुए। अमेरिकी नौसेना, पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (नौसेना) और ओमान की रॉयल नेवी ने इस अभ्यास के लिए दो-दो जहाजों को भेजा।
पीएएसएसईएक्स को दो समूहों में आयोजित किया गया था, जो भारतीय नौसेना के विमानवाहकों, अर्थात विक्रमादित्य और विराट पर केन्द्रित था, साथ ही इसमें युद्धाभ्यास एवं उड़ान संक्रियाओं को भी शामिल किया गया था। एक औपचारिक स्टीम-पास्ट, जिसमें भारतीय और विदेशी युद्धपोत जलयात्रा करते हुए एक-दूसरे से आगे निकल रहे थे, सहभागियों को साथी नाविकों की विदाई के लिए बोली लगाने और अभ्यास के समापन करने का अवसर प्रदान किया गया। उल्लेखनीय है कि, रॉयल नेवी के साथ विमान वाहक के ऐतिहासिक सहयोग का अभिनंदन करने के लिए उड़ान संचालन में आईएनएस विराट जहाज पर रॉयल नेवी जहाज एचएमएस डिफेंडर से हेलीकॉप्टर को उतारना भी शामिल था।
पीएएसएसईएक्स का अभूतपूर्व स्तर और दायरा, समुद्रिक क्षेत्र में भारत के बढ़ते कद का संकेत है और भारतीय नौसेना द्वारा अंतर्राष्ट्रीय फ्लीट रिव्यू के आदर्श वाक्य - ''महासागरों के जरिए एकजुटता'' के उद्देश्य को अक्षरशः प्राप्त करने के लिए की गई कड़ी मेहनत को दर्शाता है।