आई एन एच एस कल्याणी

Surg Cdr MC Nath reads the Commissioning Warrant On 18 May 1962

सर्जन कमांडर एमसी नाथ 18 मई 1962 के कमीशनिंग वारंट पढ़ते है

मिशन का वक्तव्य

भारतीय नौसेना के जहाज कल्याणी के अधिकारी और नाविक आधुनिक प्रौद्योगिकी, ज्ञान के निरंतर उन्नयन तथा रोगियों की पूर्ण संतुष्टि के लिए मानवीय सहानुभूतिपूर्ण देखभाल के माध्यम से हमारे सभी क्लाइंट को निवारक, प्रचारात्मक तथा उपचारात्मक देखभाल प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

क्रेस्ट का महत्व

आई एन एच एस कल्याणी

  • अस्पताल का क्रेस्ट तरंगों के साथ सूर्य के सामने कमल के सेट को दर्शाता है।
  • मिस्र, हिंदू तथा बौद्धों सहित बहुत सी संस्कृतियों में कमल एक पवित्र पुष्प तथा नैसर्गिक पीढ़ी, शुद्धता तथा पुनरुत्थान का प्रतीक है।
  • सूर्य सभी ऊर्जा का प्रदाता है और इस प्रकार ग्रह पर जीवन होता है। क्रेस्ट के निचले भाग पर लहरें नौसेना के संदर्भ को प्रदर्शित करती हैं।
  • क्रेस्ट जीवन और पुनरुद्धार का प्रतीक है जोकि चिकित्सा में अत्यंत उपयुक्त है।

कमांड

अस्पताल को सर्जन कमोडोर संदीप कुमार सिन्हा द्वारा कमांड किया जाता है जोकि भारतीय सशस्त्र बलों के “प्रिवेंटिव एंड सोशल मेडिसिन” में एक प्रसिद्ध विशेषज्ञ हैं। उन्होंने 9 अक्टूबर 2014 को आईएनएचएस कल्याणी की बागडोर संभाली थी।

इतिहास

विशाखापट्टनम में नेवल हॉस्पीटल का उद्घाटन 26 अप्रैल 1962 को चीफ ऑफ नेवल स्टाफ, वाइस एडमिरल आरडी कटारी ने किया था तथा यह शुरूआत में यह भा.नौ.पो सिरकार्स पर नेवल बेस के अंदर, 60 स्वीकृत बेड के साथ कार्य करता था। उसे औपचारिक रूप से 18 मई 1962 को आईएनएचएस कल्याणी से कमीशन किया गया था तथा सर्जन कमांडर एमसी नाथ पहले कमांडिंग ऑफिसर थे। लगातार प्रयासों के परिणामस्वरूप आईएनएचएस कल्याणी को 185 और फिर 1979 में 204 बेड में अपग्रेड किया गया। तदनुसार, नए अस्पताल कॉम्प्लेक्स का निर्माण चरणों में हुआ तथा यह पहला कॉम्प्लेक्स था जिसमें फैमिली वार्ड था तथा अक्टूबर 79 में लेबर रूम बना। नए कॉम्प्लेक्स का औपचारिक रूप से उद्घाटन 17 सितम्बर 86 को किया गया। 18 मई 87 को अस्पताल ने सिल्वर जुबली का जश्न मनाया।

अस्पताल ने अपने उपकरणों के आधुनिकीकरण तथा विशेषज्ञ सेवाओं में प्रगति करना जारी रखा तथा शीघ्र ही ईएनसी में पूर्ण रूप से गौण देखभाल प्रदाता बन गया। 1991 में, नेवल हेडक्वार्टर्स (जैसा तब यह जाना जाता था) ने बेड की क्षमता को बढ़ाकर 306 कर दिया था।

उपलब्धियाँ तथा प्रमुख माइलस्टोन

  • पिछले 50 से अधिक वर्षों में, अस्पताल ने सेवारत तथा सेवानिवृत्त सशस्त्र बलों के कर्मियों तथा उनके परिवारों के लिए सफलतापूर्वक व्यापक स्वास्थ्य देखभाल प्रदान की है। अस्पताल ने भूकंप पीड़ितों; चक्रवात प्रभावित नागरिकों के साथ-साथ भारत में तथा विदेशों में सुनामी (दिसम्बर 2004) से प्रभावित लोगों के लिए आपदा राहत प्रदान की। 1978 की पिछली तारीखों में जब बेड की क्षमता 185 थी, कर्मियों और अवसंरचना के लिए सरकार से मंजूरी का प्रतिबंध होने के बावजूद, अस्पताल रोगियों की देखभाल में पेशेवर ढंग से निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने के लिए सभी उपलब्ध संसाधनों को समर्पित ढंग से प्रयोग करके बढ़ते हुए कार्यभार को हैंडल कर रहा है। 1986 में अस्पताल ने भा.नौ.पो सिरकार्स के अंदर पुराने स्थान से अपने नए स्थान में सुगमता से संक्रमण कर लिया। 1991 में, अस्पताल की बेड क्षमता को तटरक्षकों के लिए 4 अतिरिक्त बेड के साथ बढ़ाकर 302 कर दी गयी।
  • आईएनएचएस कल्याणी न केवल आश्रित आबादी को व्यापक स्वास्थ्य देखभाल प्रदान कर रहा है बल्कि यह सद्भावना के राजदूत के रूप में भारतीय नौसेना की भूमिका बढ़ाने के लिए सामुदायिक आउटरीच कार्यक्रमों में भी भाग ले रहा है।
  • अस्पताल ने अपनी सिल्वर जुबली का जश्न आउटरीच कार्यक्रमों के साथ मनाया तथा 18 मई 1987 को एक विशेष पोस्टल कवर जारी किया। आईएनएचएस कल्याणी में कार्य करने वाले अधिकांश अधिकारियों ने उस समय कवर पर हस्ताक्षर किए थे, उनकी उच्च पदों पर पदोन्नति हो चुकी है जिनमें तीन सर्जन रियर एडमिरल और उसके समतुल्य शामिल हैं।

Modern ICU

आधुनिक आईसीयू

  • अधिकारियों के वार्ड कक्ष के साथ-साथ अस्पताल परिसरों को हरा-भरा रखने के लिए। अस्पताल कुल 27,000 वर्ग मीटर के प्लिंथ क्षेत्रपल में स्थित है। अप्रैल 2010 में सरकार ने आईएनएचएस कल्याणी को 600+4 बेड के कमांड हॉस्पीटल में अपग्रेड करने के लिए अनुमोदन प्रदान कर दिया है।
  • ट्रॉमा देखभाल पर सीएमई। आईएनएचएस कल्याणी द्वारा 27-28 अगस्त 2011 को “ट्रॉमा देखभाल में नए रुझान” पर एक सीएमई का आयोजन किया गया था, जहाँ कई सुपर स्पेशियलिटी सलाहकारों तथा त्रिकोणीय सेवाओं के प्रतिष्ठित वक्ताओं ने ट्रॉमा देखभाल, ट्रॉमा में रक्त के घटकों की भूमिका, जलने के प्रबंधन में प्रगति, पेट की चोटें तथा मेक्सिलोफेसियल ट्रॉमा जैसे विषयों पर अपने विचार व्यक्त किए।
  • जीवन शैली की बिमारियों पर सीएमई। आईएनएचएस कल्याणी द्वारा 05-06 नवंबर 2011 को “जीवन शैली की बिमारियां” पर एक सीएमई आयोजित की गयी, जहाँ शहर के बहुत से अग्रणी स्पेशियलिटी तथा सुपर स्पेशियलिटी चिकित्सकों ने मधुमेह, सिंड्रोम एक्स तथा हाइपरटेंशन जैसे विषयों पर अपने विचार व्यक्त किए।

Special Care Ward

विशेष देखभाल वार्ड

कार्य और भूमिकाएं

  • आईएनएचएस कल्याणी को नियत की गयी भूमिका हकदार प्रतिरक्षा कर्मियों, भूतपूर्व सैनिकों तथा उनके परिवारों को इनडोर और आउटडोर चिकित्सीय देखभाल और उपचार उपलब्ध करना तथा नौसेना के प्रचालनों के दौरान हताहतों को चिकित्सीय सहायता और उपचार प्रदान करने के लिए हर समय तैयार रहने के साथ-साथ तैनात की जा रही यूनिटों के साथ शामिल होने के लिए चिकित्सीय टीमों को उपलब्ध कराना है।
  • एनएचएस कल्याणी को एनआईवी दवाएं, विस्तारणीय तथा गैर-विस्तारणीय आइटमों; मरम्मत, सेवा प्रदान करने, रखरखाव तथा चिकित्सीय/दंत संबंधी उपकरणों, औजारों तथा प्रणालियों की एएमसी के साथ-साथ अस्पताल के लिए आवश्यक कोई सेवा को किराए पर लेने के लिए सौंपी गयी वित्तीय शक्तियों का उपयोग करना है।
  • आईएनएचएस कल्याणी का काम पेलेटाइज्ड मेडिकल स्टोर का स्टॉक रखना तथा उन्हें उपयुक्त रूप से प्रदान करना है। प्रत्येक पैलेट 100 रोगियों के लिए एक दिन के लिए उपयुक्त होता है। ऐसे दस पैलेट एक ‘ब्रिक’ बनाते हैं तथा ऐसी पाँच ब्रिक को आईएनएचएस कल्याणी में स्टॉक किया जाता है तथा ईस्टर्न नेवल कमांड के मुख्यालय के निर्देशों पर तैनाती के लिए जाने वाली यूनिटों को जारी किए जाते हैं।
  • आईएनएचएस कल्याणी का कमांडिंग अधिकारी सेवारत कर्मियों तथा उनके आश्रित परिवार के सदस्यों को क्रेडिट पर दिए गए अंतरंग तथा बहिर्रोगी उपचार के लिए सिविल अस्पतालों द्वारा दिए गए बिलों की जाँच करता है।
  • आईएनएचएस कल्याणी डीएनबी (पारिवारिक दवाई) में स्नातकोत्तर के छात्रों को, इंटर्न को प्रशिक्षण प्रदान करता है तथा आईएनएचएस कल्याणी तथा कमांड में तैनात चिकित्सा अधिकारियों, नर्सिंग अधिकारियों एवं नाविकों को लगातार चिकित्सीय शिक्षा प्रदान करता है।
  • आईएनएचएस कल्याणी इन मामलों के लिए विशेषज्ञ समीक्षा राय प्रदान करता है जिन्हें भा.नौ.पो सिरकार्स, विशाखापट्टनम तथा गोपालपुर में स्थित बीआरओ, भुवनेश्वर में 9 एफ चयन केन्द्र, कोरुकोंडा में सैनिक स्कूल तथा डीएचक्यू तट रक्षक के भर्ती केन्द्रों में अयोग्य घोषित कर दिया है। इस अस्पताल के ईएनटी, त्वचा एवं नेत्र विशेषज्ञ रोगियों/भर्ती के लिए विशेषज्ञ समीक्षा कवर हेतु समय-समय पर आईएनएचएस निवारिणी, चिल्का की विजिट करते हैं।
  • आईएनएचएस कल्याणी अधिकारियों, नाविकों तथा आईएनएचएस कल्याणी पर तैनात प्रतिरक्षा के गैर-सैनिकों के लिए आवधिक चिकित्सीय जाँच करता है।
  • अस्पताल फिजियोथेरपी, वाक् चिकित्सा के संदर्भ में विशिष्ट बच्चों के स्कूल, “संकल्प” के लिए समर्थन प्रदान करता है तथा पेशेवर मार्गदर्शन और पर्यवेक्षण प्रदान करने के लिए मनोचिकित्सक और बाल रोग विशेषज्ञों द्वारा समय-समय पर विजिट की जाती है।
  • आईएनएचएस कल्याणी की परिसर में ईसीएचएस पॉलीक्लीनिक स्थित है। ईसीएचएस डिस्पेंसरी के लिए अस्पताल की बिल्डिंग में ही स्थान प्रदान किया गया है। मेडीकल स्टोर की खरीद (एएफएमएसडी मांग तथा स्थानीय खरीद) अस्पताल द्वारा की जाती है। ईसीएचएस कर्मियों के सभी चिकित्सा बिल संबंधित विशेषज्ञों के परामर्श से अस्पताल के कमांडिंग अधिकारी द्वारा प्रोसेस किए जाते हैं। ईसीएचएस द्वारा भेजे गए मामलों के लिए कमांडिंग अधिकारी दरअसल वरिष्ठ कार्यकारी चिकित्सा अधिकारी (एसईएमओ) होता है।

भविष्य (आईएनएचएस अपग्रेडेशन परियोजना)

सुपर-स्पेशियलिटी केन्द्रों के साथ 604 बेड के कमांड हॉस्पीटल में आईएनएचएस कल्याणी को अपग्रेड करने के लिए अप्रैल 2010 भारत सरकार से सैद्धान्तिक रूप में अनुमोदन मिल गया था। विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) को मई 2011 में प्रस्तुत किया गया था। प्रशासनिक अनुमोदन के लिए डीपीआर को प्रतिरक्षा मंत्रालय को भेजने से पहले उच्चतर प्राधिकारियों द्वारा इसकी भली-भांति जाँच की जा रही है। अत्याधुनिक, पूर्णतः वातानुकूलित तथा यांत्रिक रूप से हवादार बिल्डिंग बेसमेंट में पार्किंग, टेरेस ऑडीटोरियम तथा रूफ-टॉप हेलीपेड के साथ 10 मंजिली नयी विंग को डिजाइन किया गया है। सभी सुपर-स्पेशियलिटी केन्द्र, ऑपरेशन थिएटर, सघन देखभाल इकाइयां, कार्डिक केथेटेराइजेशन लैब, सीबीआरएन डिकंटेमिनेशन केन्द्र, ओपीडी तथा अधिकांश वार्ड नई बिल्डिंग में किए जाएंगे। ग्रीन बिल्डिंग मापदंडों का पालन किया जाएगा तथा जीआरआईएचए 5- स्टार की रेटिंग के लिए लक्ष्य होगा। बिल्डिंग के चारों ओर भूदृश्य वाले बगीचे तथा जल निकाय समग्र आरोग्यकर माहौल के लिए योगदान करेंगे।

व्यवस्था

अस्पताल 05 विभागीय समूहों में विभाजित है प्रत्येक विभागीय समूह निम्नलिखित के अनुसार एक प्रभारी अधिकारी के अधीन कार्य करता है

(a) प्रशासनिक विभाग - एचओडी कार्यकारी अधिकारी
(i) एमआई कक्ष
(ii) मेडीकल स्टोर
(iii) डिस्पेंसरी
(iv) मेडीकल बोर्ड कार्यालय
(v) फर्स्ट लेफ्टीनेंट
(vi) विनियमन एवं सुरक्षा
(vii) अग्नि शमन एवं एनबीसीडीओ
(viii) एमटीओ
(ix) एमएसओ
(x) शिक्षा
(xi) खेल
(xii) डब्ल्यूआर मेस सचिव
(xiii) यूनिट संचालित कैंटीन
(xiv) आईटी विभाग/एनएचआईएमएस
(xv) जीडीएमओएस

(b)  कार्य एवं रखरखाव विभाग - ओआई/सी वरिष्ठ कार्य अधिकारी
(i) कार्य
(ii) रखरखाव

(c)  क्लिनिकल विभाग – प्रत्येक विभाग में वरिष्ठ विशेषज्ञ एचओडी है
(i) दवाई
(ii) सर्जरी
(iii) गायनेकोलॉजी
(iv) अनेस्थेसियोलॉजी
(v) आंख
(vi) ईएनटी
(vii) त्वचा विज्ञान
(viii) मनोचिकित्सा
(ix) बाल चिकित्सा
(x) दंत संबंधी
(xi) पेथोलॉजी
(xii) रेडियोलॉजी

(d)  नर्सिंग विभाग – ओ आई/सी पीएम
    

(e)  लॉजिस्टिक्स विभाग – ओ आई/सी लॉजिस्टिक्स अधिकारी
(i) वेतन
(ii) नेवल स्टोर
(iii) विक्चुएलिंग स्टोर
(iv) एसडी अनुभाग
(v) सीई अनुभाग

आईएनएचएस कल्याणी में उपलब्ध सुविधाएं

एक पूर्णतः सज्जित अत्याधुनिक हताहत केन्द्र निम्नलिखित के साथ 24x7 कार्यरत है:-
(i) 03 डॉक्टर 
(ii) 03 पेशेंट ट्रॉली तथा 05 व्हील चेयर
(iii) कार्डिक मॉनीटर, डेफीब्रिलेटर, ईसीजी मशीन, पल्स ऑक्सीमीटर, ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर, केन्द्रीय ऑक्सीजन आपूर्ति
(iv) 07 एमए
(v) 01सीसी वैन + 02 एम्बुलेंस

(b) मेडीकल ओपीडी
(c) कार्डिक ओपीडी
(d) सर्जिकल ओपीडी
(e) हड्डी संबंधी ओपीडी
(f) ओब्स एवं गायनो ओपीडी
(g) ईएनटी ओपीडी
(h) आंख ओपीडी
(j) त्वचा विज्ञान ओपीडी
(k) बाल चिकित्सा ओपीडी
(l) मनोचिकित्सा ओपीडी
(m) दांत संबंधी ओपीडी
(n) मॉडुलर ओटी के साथ अनेस्थिसिया पूर्व जांच ओपीडी
(p) पूर्ण कार्यात्मक लैबोरेटरी
(r) रक्त संचार विभाग
(s) एक्स-रे, यूएसजी एवं सीटी स्कैन सुविधाएं
(t) चिकित्सा जानकारी विभाग (आईटी)
(u) मॉडुलर मेडीकल एंड सर्जिकल आईसीयू
(v) गुर्दा देखभाल इकाई

एसएमएस पर आधारित पंजीकरण प्रणाली की शुरूआत।

आईएनएचएस कल्याणी में 12 अक्टूबर 15 को एक पूर्ण स्वचालित, वेब पर आधारित एसएमएस पंजीकरण प्रणाली की शुरूआत की गयी थी। ग्राहकों की बढती हुई संख्या ने अपॉइंटमेंट के इस मोड का प्रयोग करने के लिए सहारा दिया है, विशेषकर उच्च कार्यभार वाली ओपोडी जैसे गायनेकोलॉजी, मेडीसिन, ऑर्थोपेडिक्स तथा ऑफ्थलमोलॉजी ओपीडी में। इस सुविधा ने ग्राहकों की प्रतीक्षा अवधि को जबरदस्त रूप से कम किया है। मोबाइल से एसएमएस को अग्रेषित किया जाता है तथा स्टैंडअलोन कंप्यूटर पर सॉफ्टवेयर प्रत्येक ओपीडी के लिए कतार बनाता है। सॉफ्टवेयर भिन्न समय स्लॉट के लिए भी कतार बनाता है इस प्रकार 08:00 बजे से 13:00 बजे के बीच कुल ओपीडी का कार्यभार फैला होता है जिससे रोगियों के लिए प्रतीक्षा समय कम होता है। विशेष ओपीडी के लिए अपाइंटमेंट प्राप्त करने के लिए विस्तृत प्रक्रिया नीचे परिशिष्ट के अनुसार है:-

आई एन एच एस कल्याणी

विभिन्न ओपीडी और उनके समय

आई एन एच एस कल्याणी

महत्वपूर्ण टेलीफोन नंबर / संपर्क जानकारी

आई एन एच एस कल्याणी

Back to Top